क्या मेनोपॉज़ ही बड़ी उम्र की महिलाओं में कम लिबिडो की वजह है?

कभी-कभी हम सेहत से जुड़ी बहुत-सी परेशानियों को झेलते रहते हैं लेकिन उनके बारे में बात नहीं करते हैं। अक्सर अखबार में छपने वाले सेहत से जुड़े सवालों में कई बार उन सवालों के जवाब मिल जाते हैं जिन्हें आप भी पूछना चाहते थे, बस झिझक या शर्म की वजह से पूछ नहीं पा रहे थे। कभी-कभी हमें पता ही नहीं होता कि हमारे साथ कोई परेशानी भी है और दूसरे के सवाल हमें नींद से जगाने का काम कर जाते हैं।

मेरी पहचान की एक महिला के साथ भी यही हुआ। अख़बार के एक ऐसे ही कॉलम में एक महिला ने पूछा था कि क्या मेनोपॉज़ के बाद महिला में सेक्स की इच्छा कम हो जाती है या मेनोपॉज़ ही महिलाओं में कम लिबिडो यानी कि सेक्स की इच्छा कमी की वजह है?

इस सवाल ने मेरी पहचान की महिला को एहसास करवाया कि उनकी शादीशुदा ज़िंदगी और सेक्स लाइफ़ पर मेनोपॉज़ का असर पड़ रहा है और उन्हें इसका इलाज करना पड़ेगा ताकि उनकी ज़िंदगी में उनके पति का प्यार बना रहे। इस बड़ी ज़रूरत को वैज्ञानिक भी अच्छी तरह से समझते हैं इसीलिए मेनोपॉज़ के असर और उसका कारगर इलाज खोज रहे हैं।

'मेनोपॉज़: द जर्नल ऑफ द नॉर्थ अमेरिकन मेनोपॉज़ सोसायटी' में छपी एक स्टडी के मुताबिक, महिलाओं की उम्र बढ़ने के साथ उनमें सेक्स करने की दिलचस्पी कम होती जाती है। मेनोपॉज़ से गुज़र चुकी महिलाओं पर स्टडी करने वाली मेयो क्लीनिक सेंटर फॉर वूमेन हेल्थ की डायरेक्टर स्टेफ़नी फ्यूबियन ने अपनी इस स्टडी में देखा कि रिश्तों में गर्माहट की कमी, सेहत ठीक न रहना और मानसिकता में आने वाले बदलाव जैसी वजहें महिलाओं में लिबिडो या सेक्स करने की इच्छा पर असर डालती हैं. लेकिन मेनोपॉज़ के बाद लिबिडो कम होने वाली महिलाओं की गिनती और भी ज़्यादा है. फ्यूबियन का कहना है, “मेनोपॉज़ से जुड़ी दूसरी समस्याएं जैसे कि वजाइना में सूखापन आना और सेक्स के दौरान दर्द होना भी लिबिडो में कमी ला सकते हैं।”


ब्रिटेन के ओवेरियन कैंसर की स्क्रीनिंग स्टडी में शामिल महिलाओं पर किए गए सर्वे के नतीजों से यही पता चलता है कि मेनोपॉज़ के बाद सिर्फ़ 49.2 प्रतिशत महिलाएं ही सेक्स में एक्टिव थी। मेनोपॉज़ के बाद सेक्स से दूरी बनाने वाली महिलाओं का कहना था कि मेनोपॉज़ के बाद से उन्हें सेक्स के दौरान दर्द महसूस होता है और उसके बाद उदासी महसूस होती है।

ब्राइटन एंड ससेक्स मेडिकल स्कूल में रिसर्च फ़ेलो और फ्यूबियन की साथी, डॉक्टर हेलेना हार्डर, ने इन सभी स्टडी, डेटा और सर्वे का विश्लेषण करते हुए सुझाव दिया कि डॉक्टर को महिलाओं से उनकी सेक्स लाइफ़ के बारे में ज़्यादा खुलकर बात करनी चाहिए क्योंकि सेक्स लाइफ़ में परेशानी झेलने वाली महिलाओं को बस इतना यकीन दिलाना होता है कि सेक्स के बारे में बात करने और सवाल पूछने में कोई बुराई नहीं है।

फ्यूबियन के मुताबिक डॉक्टर को मरीज़ों को जानकारी देनी चाहिए कि वजाइना में आने वाले सूखेपन और सेक्स के दौरान होने वाले दर्द के लिए इलाज मौजूद है। इसके अलावा लिबिडो की कमी को दूर करने वाली दवाइयां भी मौजूद हैं। हालांकि इन्हें डॉक्टर की सलाह के बाद ही लेना चाहिए।






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