आजकल बालों का गिरना एक आम परेशानी है. ज़िंदगी जीने के तौर-तरीकों और खान-पान के साथ प्रदूषण जैसे बाहरी वजहें भी बालों को नुकसान पहुंचा सकती हैं. हममें से ज़्यादातर लोग पहले से ही बालों के झड़ने की इन आम वजहों से वाकिफ़ हैं. लेकिन शायद उन लोगों की गिनती कम ही होगी जिन्हें यह पता है कि हाई ब्लड शुगर लेवल यानी डायबिटीज़ से भी सिर पर बालों की जड़ कमज़ोर हो जाती है और बाल झड़ने लगते हैं?

डायबिटीज़ होने पर आपका शरीर उतना इंसुलिन नहीं बना पाता है जितना बनाना चाहिए या उतनी अच्छी तरह से काम नहीं कर पाता है जितना करना चाहिए, या फिर ये दोनों ही बातें बालों को कमज़ोर कर सकती हैं.

कुछ खाने-पीने पर शरीर खाने में मौजूद शुगर का इस्तेमाल करके उसे ऊर्जा में बदलने का काम करता है. लेकिन जब ख़ून में ज़्यादा शुगर जमा हो जाती है जो किडनी और आंख के साथ ही ब्लड वेसल्स (रक्त वाहिकाएं) पर बुरा असर डालती हैं. इन्हीं ब्लड वेसल की मदद से शरीर के अलग-अलग हिस्सों, अंगों, टिश्यू और छोटी से छोटी कोशिका तक ऑक्सीजन पहुंचती हैं जिनमें हेयर फॉलिकल भी शामिल हैं. हेयर फॉलिकल को उतना ऑक्सीजन नहीं मिल पाता जितना चाहिए, तो हेयर फॉलिकल को नुकसान पहुंचता है जिससे बालों की जड़ कमज़ोर हो जाती है और बाल झड़ने लगते हैं. डायबिटीज़ की वजह से बालों की जड़ों तक उतना ख़ून नहीं पहुंचता जितना बालों की जड़ों को मज़बूती देने के लिए चाहिए.


डायबिटीज़ शारीरिक और भावनात्मक स्तर पर तनाव के असर को बदतर बना देता है. लगातार तनाव में रहने पर हार्मोन ऊपर-नीचे हो जाते हैं जिससे बाल ज़्यादा झड़ते हैं और देर से उगते हैं या  उगते ही नहीं हैं.

शुगर की वजह से बालों के झड़ने की परेशानी ज़्यादा बढ़ने पर एलोपेशीया एरेटा हो सकता है. इसमें बालों झड़ने से बचाने वाला इम्यून सिस्टम (प्रतिरक्षा प्रणाली) हेयर फॉलिकल को बचाने की बजाय उसे नुकसान पहुंचाने लगता है जिससे बाल गिरने लगते हैं. कुछ मामलों में एलोपेशीया एरेटा से सारे बाल नहीं गिरते हैं, बल्कि यह नए बाल भी उगने में परेशानी खड़ी करता है.

अगर एलोपेशीया एरेटा के हालात न हो तो भी डायबिटीज़ बालों पर बुरा असर डालता है, जैसे कि बाल ज़्यादा झड़ना, बाल पतले हो जाना या बाल कम उगना. कुल मिलाकर डायबिटिक लोगों के बाल दूसरों से कहीं ज़्यादा गिरते हैं.


डायबिटीज़ के कुछ मामलों में ज़िंदगी जीने के तौर-तरीकों में बदलाव लाकर, खान-पान की बेहतर आदतों को अपनाकर और एक्सरसाइज़ के ज़रिये एक्टिव रहकर बालों को गिरने से रोका जा सकता है. वहीं कुछ मामलों में इलाज करवाना पड़ सकता है. लेकिन डायबिटीज़ से गिरते बालों को रोकने का सबसे अच्छा और कारगर तरीका है कि ब्लड शुगर को मैनेज किया जाए और डायबिटीज़ पर लगाम कसी जाए. डॉक्टर से हेल्थ सप्लिमेंट के बारे में सलाह ले सकते हैं जो बालों को मज़बूती देते हैं, लेकिन उससे एक ज़रूरी बात याद रखें कि महिला और पुरुषों में बालों में डायबिटीज़ के लक्षण मिलते-जुलते भी हो सकते हैं और एक-दूसरे से अलग भी. यही बात अलग-अलग मरीज़ों पर भी लागू होती है, इसीलिए कोई भी उपाय अपनाने से पहले डायबिटीज़ डॉक्टर और डर्मिटोलॉजिस्ट दोनों से सलाह लें.