बालों की हर समस्या का समाधान है भृंगराज, जानें फायदे और प्रयोग का तरीका

अगर आपके बाल झड़ रहे हैं और आपने झड़ते बालों को रोकने वाले प्रोडक्ट्स पर रिसर्च की है, तो आपने भृंगराज का नाम जरूर सुना होगा। भृंगराज एक आयुर्वेदिक औषधीय पौधा है, जो आमतौर पर नमी वाले इलाकों में उगाया जाता है। बालों की तमाम समस्याओं में भृंगराज का प्रयोग सैकड़ों सालों से किया जाता रहा है। भृंगराज का वैज्ञानिक नाम एक्लिपटा प्रोस्ट्राटा (Eclipta Prostrata) है, जिसका अर्थ होता है "बालों का राजा" या "बालों का आहार"। भारत में पारंपरिक रूप से ही नहाने के बाद सिर पर कुछ औषधीय चीजों को मलने की परंपरा रही है। भृंगराज भी उन पौधों में से एक है, जिससे विशेष औषधीय पेस्ट बनाकर सिर पर लगाया जाता था। हालांकि इसके साथ कुछ अन्य पौधों और फलों को भी मिलाया जाता था, जैसे- आंवला, ब्राह्मी और जटामासी आदि।


पुराने लोग कैसे करते थे भृंगराज का इस्तेमाल?

पुराने समय में भृगंराज और दूसरे फायदेमंद हर्ब्स को एक-दो दिनों के लिए नारियल के तेल में भिगोया जाता था, जिससे कि ये मुलायम हो जाते थे। इसके बाद इसे पेस्ट बनाकर आग पर गर्म किया जाता था और पकाया जाता था। पकाने के बाद इस पेस्ट को ठंडा करके कॉपर (तांबे) के बर्तन में रख दिया जाता था और रोजाना रात में सिर पर लगाया जाता था।


बालों के लिए क्यों फायदेमंद है भृंगराज

हाल में हुए अध्ययनों के मुताबिक भृंगराज में बहुत बेहतरीन एंटी-माइक्रोबियल और एंटी-फंगल गुण होते हैं। भृंगराज के अर्क को कई तरह के बैक्टीरिया के खिलाफ प्रभावी पाया गया है। बालों के कमजोर होने, टूटने, झड़ने और डैंड्रफ की समस्या का कारण आमतौर पर यही बैक्टीरिया और फंगी होते हैं। इसलिए भृंगराज का प्रयोग बालों से जुड़ी हर समस्या में फायदेमंद है।

इसके अलावा भी भृंगराज को सिर पर लगाने के कई फायदे हैं।

  • बालों के झड़ने का एक प्रमुख कारण तनाव भी है। भृंगराज के प्रयोग से मानसिक थकान और तनाव में आराम मिलता है क्योंकि इसे लगाने से सिर को शीतलता मिलती है और स्कैल्प की नर्व्स और टिशूज को आराम मिलता है। इससे बालों का झड़ना रुकता है।
  • भृंगराज तेल में एंटी-इंफ्लेमेट्री गुण होते हैं इसलिए इससे चंपी करने से आपको स्कैल्प इंफेक्शन, खोपड़ी में खुजली की समस्या से राहत मिलती है और सिर से आने वाली बदबू की समस्या भी दूर हो जाती है।
  • भृंगराज तेल से मसाज करने पर आपके स्कैल्प (खोपड़ी) के हिस्से में ब्लड सर्कुलेशन बढ़ता है, जिससे हेयर फॉलिकल्स को पर्याप्त पोषक तत्व मिलते हैं और बालों का विकास तेजी से होता है। इसलिए जिन लोगों के बाल पूरी तरह झड़ चुके हैं या जो लोग गंजे हो चुके हैं, कई बार भृंगराज के लगातार प्रयोग से उनके नए बाल आना शुरू हो जाते हैं।
  • भृंगराज में हरीतिका नामक तत्व की मौजूदगी के कारण आपके बाल मजबूत होते हैं और काले बनते हैं। अगर आपके बाल सफेद हो रहे हैं या उनकी क्वालिटी खराब हो रही है, तो भृंगराज तेल इन समस्याओं को भी ठीक करता है और बालों को चमकदार व स्वस्थ बनाता है।


कैसे करें भृंगराज का इस्तेमाल?

इस आयुर्वेदिक औषधि का इस्तेमाल आप तेल के रूप में कर सकते हैं क्योंकि इसे मसाज करना आसान होता है। बालों पर इस तेल को लगाकर कम से कम 30 मिनट तक इसे खोपड़ी में सोखने दें और फिर इसके बाद बालों को धो दें। तेल के अलावा भृंगराज आपको टैबलेट, चूरन और पेस्ट के रूप में भी मिलता है। आप अपनी जरूरत के अनुसार इसका इस्तेमाल या सेवन कर सकते हैं।


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