मीनोपॉज, एक बहुचर्चित शब्द भी है, एवं वर्तमान समय में महिलाओं की सेहत को निर्धारित करने वाला एक घटक भी है।


पचास से अधिक वर्ष के आयु वर्ग की महिलाओं में मासिक धर्म के बंद हो जाने को मेनोपॉज कहा जाता है। मेनोपौज के समय महिलाओं के शरीर में कई बदलाव आते हैं। इन बदलावों के लिए मुख्य तौर पर ज़िम्मेदार होती है महिलाओं के शरीर में बढ़ती और घटती हॉरमोन की मात्रा। कुछ महिलाओं का वज़न अचानक बढ़ जाता है तो कुछ महिलाओं का वजन अचानक काम हो जाता है। मीनोपॉज के बाद महिलाओं का शरीर कमजोर हो सकता है, यदि उसका सही रूप से खयाल न रखा जाए। कई महिलाओं की बोन डेंसिटी कम हो जाती है, उनमें कैल्शियम की कमी होने लगती है, जिससे उनमें फ्रैक्चर की संभावना बढ़ जाती है। ऐसा माना जाता है कि कई महिलाओं में मीनोपॉज के बाद यौनेच्छा के कमी नज़र आती है। किंतु कई महिलाएं ऐसी भी हैं, जिनमें मीनोपॉज के पूर्व ही यौनेच्छा कमी होने लगती है एवं वे अपने यौन जीवन से निराश होने लगती हैं। मेनोपॉज के पूर्व यौनेच्छा या काम भावना के क्षीण होने को विज्ञान की भाषा में HSDD अर्थात हाईपोएक्टिव सेक्सुअल डिज़ायर डिसऑर्डर कहा जातएड्डी एक ऐसी औषधि है, जो मीनोपॉज के पूर्व यौनेच्छा के क्षीण होने से दुखी महिलाओं के लिए बनाई गई है।


ऐसी महिलाएं जिनमे मेनोपॉज के पूर्व ही यौनेच्छा की कमी हो किंतु यह कमी किसी मानसिक रोग के कारण न हो, संबंधों में तनाव के कारण न हो, एवं किसी दवा के सेवन के कारण न हो, अपनी समस्या के समाधान के लिए, अपने चिकित्सक से परामर्श के पश्चात एड्डी का सेवन कर सकती हैं।


एड्डी सेवन करने के पूर्व ध्यान रहे कि यह  उन महिलाओं के लिए नहीं है जिन्हें मीनोपॉज हो चुका है, यह पुरुषों के लिए नहीं है, सेक्स परफॉरमेंस बढ़ाने के लिए नहीं है एवं यह बच्चों के लिए भी नहीं है।

एड्डी के सेवन से लो ब्लड प्रेशर का खतरा बढ़ जाता है एवं बेहोशी भी हो सकती है।

यदि आप मदिरा का सेवन करते हैं तो कुछ खास बातों का ध्यान रखें। मदिरा पान के 1 से 2 घंटे के बाद ही एड्डी का सेवन करें। एड्डी का सेवन रोज़ाना सोने के पूर्व करें। यदि आपने सीमित मात्रा से ज़्यादा मदिरा का सेवन किया है तो उस दिन एड्डी का सेवन न करें।एड्डी का सेवन कर रहें हैं, तो बिना अपने चिकित्सक के परामर्श के इसके साथ कोई अन्य दवा न लें। यदि आप लिवर से संबंधित किसी रोग या समस्या से पीड़ित है तो एड्डी का सेवन न करें।


एड्डी के सेवन के पश्चात यदि सिर घूमने के से कुछ प्रतीत हो रहा हो तो तुरंत लेट जाएं एवं जल्द ही किसी को सूचित कर चिकित्सक के पास जाएं।


एड्डी के सेवन के पूर्व, अपने चिकित्सक का परामर्श ज़रूर लें। चिकित्सक से मिलते वक़्त उन्हें कुछ महत्वपूर्ण बातें बताना न भूलें।यदि आप मदिरा का सेवन करते हैं या ड्रग्स लेते हैं तो यह बात अपने चिकित्सक को ज़रूर बता दें।


यदि आप जीवन में कभी भी अवसाद ग्रस्त रहे हैं तो इस बात का भी ज़िक्र करें।

यदि लो ब्लड प्रेशर की समस्या है या ऐसी किसी समस्या से पीड़ित हैं जिससे लो ब्लड प्रेशर हो सकता है, यह बात भी चिकित्सक को बताएं। यदि प्रेग्नेंट हैं या होने के बारे में सोच रहे हैं तो इस विषय में अपने डॉक्टर से चर्चा करें क्योंकि एड्डी आपकी कोख में पल रहे बच्चे के लिए हानिकारक हो सकता है।

यदि स्तनपान कराते हैं तो एड्डी का सेवन न करें क्योंकि यह आपके स्तन में पहुँच कर दूध के साथ मिल सकता है।


एड्डी के सेवन से कई दुष्प्रभाव भी हो सकते हैं जैसे की चक्कर आना एवं बेहोशी से लगना, नींद न आना, वमन (उल्टी) सा प्रतीत होने, मुँह सूखना, थकान महसूस होना।


अपने डॉक्टर को सभी हालात बता कर एवं उनकी सलाह लेकर ही एड्डी का सेवन करें।