आपको कैसा लगेगा अगर में कहूं कि तीखा खाना खाने से आपकी लस्ट बढ़ती है और मास्टरबेशन करने का मन ज्यादा करता है? और मास्टरबेशन करना ना सिर्फ आपको नुकसान पहुंचाता है बल्कि आगे चलकर आपके बच्चे की हेल्थ पर भी गलत असर डालता है। मतलब, ज्यादा मास्टरबेट करना आपकी फर्टिलिटी कम कर सकता है। और सबसे बड़ा कि इससे आपकी हथेली पर बाल उग सकते हैं! आपमें से बहुत से लोग जानते होंगें कि ये सच नहीं है। पर बाकि अगर इनमें से थोड़ा बहुत भी सच मानते हैं तो आप अकेले नहीं है।

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डॉ. जॉन हार्वे केलॉग ने पुरुषों को वासना महसूस करने से रोकने के लिए केलॉग के कॉर्नफ्लेक्स को एक अलग तरह से बनाया और इस प्रकार मास्टरबेशन को रोका। सिलवेस्टर ग्राहम, जिन्होंने सादे ग्रैहम पटाखे विकसित किए, एक और ऐसा मास्टरबेशन विरोधी क्रूसेडर है। गलत ये है कि, हमारी वर्तमान वास्तविकता झूठ पर आधारित है। डॉ. तीशा मोर्गन, सेक्स थेरेपिस्ट और कपल्स काउंसलर और वेस्टलैंड एकेडमी ऑफ क्लिनिकल सेक्स थेरेपी के सह-संस्थापक, कई महिलाओं से मिले हैं जो शर्म और डर के साथ आती हैं जो सेल्फ लव से संबंधित हैं। पुरुषों के मामले में, उन्हें मास्टरबेट करने की इतनी आदत है कि वे अपने सेक्स जीवन में एक अलग पैटर्न का सामना करते हैं। और ज्यादातर पुरुष और महिलाएं अभी भी मास्टरबेशन को एक टैबू मानते हैं।

फैक्ट या फिक्शन

·डेटिंग या सिंगलहुड: आंकड़ों की माने तो रिलेशनशिप में रहने वाले आदमी, सिंगल पुरुषों के मुकाबले ज्यादा मास्टरबेट करते हैं, तो अगर आपको लगता है कि सिंगल लोग ही ऐसा करते हैं तो आप गलत सोच रहे हैं।

·बचपन से मास्टरबेशन शुरू करना: बहुत जल्दी मास्टरबेट करना शुरू करने को लोग इस बात से जोड़ देते हैं कि बच्चा उम्र से पहले ये सब चीज सीख रहा है और सेक्स में रूचि रख रहा है, जबकि इसमें कुछ भी गलत नहीं है।

·हेल्थ पर गलत असर: बस एक हेल्थ पर गलत असर जो हो सकता है वो केवल है कि इस्तेमाल किए गए लुब्रिकेंट आदि से आपको एलर्जी हो जाए। और हां! ये आपकी फर्टिलिटी कम नहीं करता है।

·स्टैमिना कम होना: स्पोर्ट्समेन, बॉडीबिल्डर का कई बार मानना है कि मास्टरबेशन से उनका स्टैमिना कम हो सकता हा, पर ऐसा नहीं है। ऐसा तभी हो सकता है कि आप बहुत ज्यादा मास्टरबेट करें और थक जाएं।

·सेक्सुअल प्रॉब्लम: इस बात का कोई सबूत नहीं है कि मास्टरबेशन इरेक्टाइल डिसफंक्शन का कारण बनता है। इसके सम्बंधित होने का कारण देने का बसह एक मुद्दा है कि मास्टरबेशन से आप एक अलग टच के आदि हो जाते हैं तो कई बार पार्टनर के साथ आप अलग तरह रियेक्ट करते हैं। क्योंकि वहां आपके पास अलग अलग तरह की चीज देखने के लिए नहीं होती है, जैसा कि मास्टरबेशन के समय होती है।इसलिए इसे इरेक्टाइल डिसफंक्शन का कारण नहीं माना जा सकता है।

हेल्थ पर मास्टरबेशन का असर

ऐसा माना गया है कि 95% आदमी और 89% औरतों ने कभी ना कभी अपने लाइफटाइम में मास्टरबेट ज़रूर किया होता है। मास्टरबेशन का हेल्थ पर अच्छा असर पड़ता है। ये सिर दर्द कम करता है, स्ट्रेस कम करता है, अच्छी नींद में मदद करता है और इम्यून सिस्टम अच्छा करता है। इसलिए रोज मास्टरबेट करना हेल्दी और नॉर्मल है। इसका बस एक नुकसान है कि सेक्स के समय ये आपकी परफॉरमेंस पर असर डाल सकता है। वरना जब तक ये आपके सोशल लाइफ में रुकावट नहीं बन रहा है तब तक इसका नुकसान नहीं है।

मास्टरबेशन करना एक पाप के बराबर है

अभी भी लगभग सभी धर्म ऐसा मानते हैं कि मास्टरबेशन पाप है। इसलिए बहुत से आदमी इसको लेकर परेशानी में रहते हैं। बहुत से लोगों को उनके बड़ों से ये पता चलता है कि ये सही नहीं है।

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पर ऐसा नहीं है। डॉक्टर मॉर्गन के अनुसार ये एक तरह का खुद के लिए निकाला गया समय है। अपने विचार इसको लेकर बदलें और अपनी लाइफ को बेहतर बनाएं।

Medically reviewed by Rishabh Verma, RP

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