इस पोस्ट में हमारा फोक्स डिलेड एजकुलेशन रहेगा। हालांकि पुरुषों में ये समस्या बहुत आम नहीं है, फिर भी इसके बारे में पूरी तरह से और सही जानकारी होना ज़रूरी है। डिलेड एजकुलेशन आदमी की सेक्सुअल लाइफ के लिए काफी परेशानी भरा हो सकता है। और साथ ही ये आपके सेक्स लाइफ के अलावा आपके रिलेशनशिप , और कांफिडेंस को भी धूल में मिला सकता है।


इस कंडीशन में सेक्सुअल इंटरकोर्स के समय आदमी को एजकुलेट होने में समय लगता है, और आदमी को ओर्गस्म तक पहुंचने में बहुत ज्यादा सेक्सुअल स्टिमुलेशन की ज़रूरत पड़ती है।कई मामलों में पूरी तरह से सेक्स की चरम सीमा पर होने पर भी आदमी एजकुलेट नहीं कर पाता है।

ये जानकारी होना कि इसके क्या लक्षण हैं और कौन से लक्षण होने पर आपको सतर्क होने की जरुरत है, आदमी को इसके इलाज करवाने में मदद कर सकते हैं और उसके लिए बहुत सहायक हो सकते हैं।


डिलेड एजकुलेशन के दो टाइप होते हैं। इन दोनों के बारे में पता होने पर आपको सेक्सुअल डिसफंक्शन की सही जानकारी मिलती है। दो तरह के डिलेड एजकुलेशन इस प्रकार हैं।


लाइफलॉन्ग डिलेड एजकुलेशन- इस कंडीशन में पुरुष अपनी पूरी लाइफ में डिलेड एजकुलेशन का अनुभव करते हैं- अपनी लाइफ के पहले सेक्सुअल एक्सपीरियंस से ही।


अक्वायर्ड डिलेड एजकुलेशन- इसमें आदमी को शुरू से ये परेशानी नहीं होती है बल्कि आगे चलकर ये प्रॉब्लम हो जाती है।

अक्वायर्ड डिलेड एजकुलेशन लाइफलॉन्ग डिलेड एजकुलेशन के मुकाबले काफी कॉमन है, साथ ही ये ज्यादा परेशानी भरे भी हैं क्योंकि ये अचानक से होता है और आपको इसके बारे में जल्दी से पता भी नहीं चल पाता है।


कई पुरुषों को सिचुएशन के हिसाब से भी डिलेड एजकुलेशन हो जाता है। ये भी अक्वायर्ड डिलेड एजकुलेशन के अंदर ही आता है क्योंकि ऐसा ज़रूरी नहीं है कि पहली बार सेक्स से ही हो। सिचुएशन से होने वाला डिलेड एजकुलेशन कुछ कुछ मामलों में ही होता है। जैसे किसी खास पार्टनर के साथ।

कई बार सेक्स में ऐसी सिचुएशन ना आने पर जिससे आदमी ट्रिगर होता है, से भी एजकुलेशन में देरी हो सकती है।


डिलेड एजकुलेशन के लक्षण क्या हैं?


डिलेड एजकुलेशन के प्राइमरी लक्षण बिलकुल इसके नाम जैसे ही हैं- पुरुष के एजकुलेशन में देरी होना। मेडिकल न्यूज़ टुडे के मुताबिक, आदमी को डिलेड एजकुलेशन की समस्या है अगर सेक्स करते हुए वो 30 मिनट तक भी एजकुलेट नहीं कर पाता है। अगर सेक्सुअल इंटरकोर्स के दौरान पूरे समय इरेक्शन है उसके बाद भी अगर 30 मिनट तक वो एजकुलेट नहीं कर पता है तो ये भी डिलेड एजकुलेशन का ही मामला है। साथ ही ध्यान रखें कि अगर डिलेड एजकुलेशन रेयर मामलों में ही होता है तो ये चिंता का कारण नहीं है, और ये किसी छोटे-मोटे कारण के चलते हो सकता है। जैसे कि काम के दौरान स्ट्रेस होने पर।


अगर बार-बार डिलेड एजकुलेशन हो रहा है तो ये चिंता का कारण है, और इसे डॉक्टर को इसके बारे में बात करने की ज़रूरत है। 30 मिनट तक एजकुलेट ना कर पाने के साथ साथ और भी कई लक्षण होते हैं जो डिलेड एजकुलेशन में हो सकते हैं। ये फिजिकल ये सायकोलोजिकल दोनों कारणों से हो सकता है।