एजकुलेट्री डिसफंक्शन और खास तौर पर डिलेड एजकुलेशन पर बहुत सारी रिसर्च के बाद, इसके कारण और रिस्क फैक्टर पर जानकारी मिलती है, ताकि उन्हें देख कर आदमी अपनी इस समस्या के बारे में पता कर सकें। साथ ही इसके संभावित कारणों के चलते कई बार लोग कंफ्यूज भी हो जाते हैं और इसके सही तरह से जांच करने में मुश्किल होने की भी संभावना रहती है।

हेल्थलाइन के अनुसार आदमी में इसके लक्षण देल=कहते हुए 3 मुख केटेगरी पर ध्यान दिया जाता है। इसमें फिजियोलोजिकल, सायकोलोजिकल या दवा से होने वाली हर तरह की समस्या को देखा जाता है।


सायकोलोजिकल कारण-

डिलेड एजकुलेशन के मुख कारण में सायकोलोजिकल कारण बहुत ज्यादा है। डिप्रेशन और बेचैनी इसका मुख्य कारण है। किसी भी तरह की मेंटल हेल्थ से जुड़ी समस्या होने पर सेक्सुअल डिजायर में कमी आना कॉमन है। ऐसा होने से लिबिडो में कमी आती है और एजकुलेशन होने में भी देरी हो जाती है।

इसके अलावा कई बार धर्म या कल्चर के नाम पर सेक्स से जुड़े कुछ भ्रम लोगों के मन में आ जाते हैं जिसके कारण डिलेड एजकुलेशन होने की संभावना रहती है।


इसके अलावा रिलेशनशिप प्रॉब्लम, गिल्टी फीलिंग जब आप अपने पार्टनर से चीटिंग करते हैं, या सेक्स से जुड़े कुछ बुरे अनुभव होने पर भी डिलेड एजकुलेशन हो सकता है।


फिजियोलोजिकल कारण- इसके बहुत से फिजियोलोजिकल कारण भी हो सकते हैं। जैसे कई बार पेल्विस एरिया में कोई नर्व डैमेज होने पर, या स्पाइन में चोट आने पर डिलेड एजकुलेशन का कारण हो सकता है। इसके अलावा किसी भी तरह की सर्जरी होना भी इसका कारण हो सकता है।कोई बहुत बड़ी बिमारी होने पर भी ये हो सकता है। इसके अलावा वो आदमी जिनमें टेस्टोस्टेरोन का लेवल सामान्य से कम होता है , या जिनमें थाइरोइड हॉर्मोन कम होता है, उनमें डिलेड एजकुलेशन होने के चांस ज्यादा रहते हैं। इन सब के साथ किसी भी तरह का यूरिनरी इन्फेक्शन होने पर भी एजकुलेशन में देरी हो सकती है।


मेडिकेशन- फिजियोलोजिकल और सायकोलोजिकल कारणों के साथ-साथ कई तरह की दवाई भी इस समस्या को खड़ा कर सकती हैं। कई बार डिप्रेशन कम करने के लिए ली गई दवा का साइड इफ़ेक्ट डिलेड एजकुलेशन होता है। कुछ एंटीसायकोटिक दवा जैसे थिओरिडाज़ीन भी इसका कारण हो सकती हैं।


कुछ हाई ब्लड प्रेशर ठीक करने वाली दवा का साइड इफ़ेक्ट भी डिलेड एजकुलेशन हो सकता है। इन सामान्य कारणों में से, पुरुषों के लिए यह जानना भी महत्वपूर्ण है कि अवैध दवाओं और अल्कोहल के उपयोग को भी डिलेड एजकुलेशन के लिए जोखिम कारक माना जाता है। जब कोई व्यक्ति कुछ प्रकार की अवैध दवाओं का उपयोग करता है, और जब वह अत्यधिक मात्रा में शराब का सेवन करता है, तो इस स्थिति को विकसित करने की अधिक संभावना है।