मेनोपॉज में हो सकता है कि आपकी पार्टनर अपनी किसी बहुत अच्छी दोस्त से इसके बारे में बात करना चाहे तो ऐसे में आप बुरा ना महसूस करें और उन्हें बात करने दें. सेक्स और सेक्सुअल डिसफंक्शन की ट्रीटमेंट के बारे में बात करें. उम्र बढ़ने के साथ सेक्सुअल लाइफ और सेक्स करने का तरीका, दोनों में ही बदलाव होना नॉर्मल है. इसलिए अपने पार्टनर से इस बारे में बात करें. कभी कभी ऐसा भी हो सकता है कि महिला की सेक्सुअल डिजायर बढ़ जाए तो ऐसे में उसका साथ दें, उसे समझें.


अगर मेनोपॉज के कारण उसे सेक्स करने की इच्छा कम हो रही है या सेक्स करते हुए दर्द हो रहा है तो उसे सेक्सुअल टॉयज खरीदने की सलाह दें. समय के साथ आपकी सेक्सुअल फीलिंग्स में भी बदलाव होता है, ऐसे में ज़रूरी है कि आप भी उसके बारे में खुलकर अपने पार्टनर से बात करें. ज़रूरत पड़ने पर हार्मोनल बदलाव या सेक्सुअल इरेक्टाइल डिसफंक्शन के लिए थेरेपी लेने से परहेज ना करें.


अपने रिश्ते के बारे में बात करें

इस समय में रिश्तों में दरार आना नॉर्मल है. पर आपको समझदारी से इसे बचाए रखना है. एक दूसरे के साथ ज्यादा से ज्यादा समय बिताएं. और सेक्स को अपने अच्छे रिश्तों के आड़े ना आने दें. बिना सेक्स के भी अच्छा समय बिताना मुश्किल नहीं है.


उसकी इमोशनल हेल्थ के बारे में बात करें.

मेनोपॉज में फिजिकल के साथ साथ इमोशनल बदलाव भी होते हैं. ऐसे में आपकी जिम्मेदारी है कि आप अपने पार्टनर को मजबूत रखें. कुछ चीज जो आप कर सकते हैं;


•उनके लिए अलग से समय निकालें;

•कुछ ना कुछ स्पेशल करें;

•फ्रेंड्स की मदद लें;

•कुछ ना कुछ अलग काम करते रहें;

•उसके डॉक्टर से बात करें;

उसे अपनी मेनोपॉज बॉडी से प्यार करना सिखाएं


अपनी पार्टनर का सेल्फ एस्टीम बढ़ाएं

एक महिला का आत्मसम्मान उसकी सेक्सुअलिटी से जुड़ा है और उसके सेक्सुअल डिसफंक्शन का भी कारण बन सकता है. इसलिए आप अगर उसकी self एस्टीम को बनाएं रखते हैं तो उसका मेनोपॉज का समय अच्छा रहता है. कुछ चीज जो आप कर सकते हैं;

•अच्छी चीजों पर फोकस करें;

•उसके द्वारा पूरी लाइफ में पाई गई अच्छी चीजों के बारे में बात करें और उसे याद दिलवाएं.

•उसे उसकी बॉडी के बारे में पॉजिटिव फील करवाएं.

•रीयलिस्टिक गोल बनाएं.

•एक इंटरेस्ट ग्रुप से जुडें.


कल्चरल इशू भी कर सकते हैं मेनोपॉज और सेक्सुअल फंक्शन को प्रभावित

कल्चरल इशू जैसे कि रहन सहन, डाइट, लाइफस्टाइल भी इसे प्रभावित करते हैं.इसलिए;

•जो भी चीज मेनोपॉज के बारे में नेगेटिव चीज सामने लाती हैं उन से बच कर रहें.

•अपने पार्टनर को भी इससे जुड़ी केवल पॉजिटिव चीजों के बारे में बताएं.

•ये जानने की कोशिश करें कि आपका कल्चर कैसे इससे डील करता है.


मेनोपॉज के बारे में पॉजिटिव रहें

मेनोपॉज के बारे में पॉजिटिव रहें और ये जानने की कोशिश करें कि ये आपके और आपके पार्टनर के लिए किस तरह से अच्छा हो सकता है.महिलाएं जो मेनोपॉज को लेकर कम परेशान रहती हैं उनमें इसके लक्षण भी थोड़े कम देखने को मिलते हैं.इसलिए इससे जुड़ी पॉजिटिव चीज जैसे ब्लीडिंग से राहत आदि के बारे में सोचें.