अमेरिका के सबसे पहले और जाने माने सेक्सोलोजिस्ट अल्फ्रेड किन्से ने 1940 में एक स्टडी की। उनकी स्टडी से यह सामने आया कि महिलाओं की अपेक्षा पुरुष कामुक चीजों, सेक्सुअल पिक्चर्स से बहुत सरलता से उत्तेजित हो जाते हैं। दशकों तक इसी तरह की ढेर सारी अनेक स्टडी की गयीं, लेकिन सभी का निष्कर्ष एक ही निकला, कि पुरुष सेक्सुअल कल्पनाओं को अधिक पसंद करते हैं, चाहे बात पोर्नोग्राफी की हो या फिर इमेज या दूसरी कामुक चीजों की पुरुषों को सभी पसंद हैं।


आजकल के वैज्ञानिक तरक़्क़ी के दौर में यह जानना आसान हो गया है कि, जब पुरुष इस तरह की चीजों को देखते हैं तो उनके दिमाग में क्या होता है। इस तरह से सेक्स ड्राइव के गहरे राज सामने आने लगे हैं| अटलांटा की एमरॉय यूनिवर्सिटी के मनोवैज्ञानिक और रिसर्चर स्टीफन हेमन ने बताया कि ह्यूमन ब्रेन में कुछ विशेष भाग होते हैं, जिन्हें  लिम्बिक भाग कहते हैं। यही लिम्बिक भाग हमारे सेक्स ड्राइव को ट्रिगर करते हैं, और हमारे प्रजनन व्यवहार के लिए जिम्मेदार होते हैं। हेमन ने इस बारे में चूहों पर स्टडी की और पाया कि, नर चूहे सेक्सुअल गंध और दृश्यों पर प्रतिक्रिया देते हैं, और यह प्रतिक्रिया उनके ब्रेन की लिम्बिक रीजन के हिस्सों, जैसे एमीगडेला, हाइपोथैलेमस आदि में होती हैं। लेकिन मादा चूहे इनके प्रति कोई प्रतिक्रिया नही देते। एमीगडेला को प्रमस्तिष्क भी कहते हैं, और यह बहुत सारे काम करता है। भावनाओ को प्रोसेस करने में इसका महत्वपूर्ण कार्य होता है। इसके बाद यही भाग निर्धारित करता है, कि कोन सी चीज हमारे लिए सही है, या फिर हानिकारक हो सकती है। साथ ही यही भाग सेक्स ड्राइव के लिये भी जिम्मेदार है।


इस स्टडी को आगे बढ़ाते हुए, हेमन ने 28 कॉलेज स्टूडेंट्स का एम आर आई स्कैन किया, इनमे लड़के और लड़कियां दोनो शामिल थे। इन स्टूडेंट्स को सेक्सुअल एक्ट करते हुए कपल्स की उत्तेजक फोटोज दिखायी गयीं, इसके बाद उन्हें आकर्षक स्त्री पुरुषों के फोटोज भी दिखाए गए। उन सभी को किसी तरह की सेक्सुअल एक्टिविटी नही करने दी गयी | एम  आर आई स्कैन से रिसर्चर्स को स्टूडेंट्स के ब्रेन में होने वाली किसी भी परिवर्तन के बारे में जानकारी मिल सकती थी।


स्टडी के परिणाम सामने आने पर पता चला कि समान तरह के कामोत्तेजक फोटोस देखने पर महिलाओं की अपेक्षा पुरुषों के प्रमस्तिष्क और हाइपोथेलेमस भाग अधिक चार्ज अवस्था मे पहुंच गये, और पुरुषों के ब्रेन में इनके प्रति ज्यादा संवेदनशीलता पायी गयी। इसके साथ ही दोनो ग्रुप्स ने नॉन सेक्सुअल फोटोस को ज्यादा आकर्षक माना।

पुरुषों के प्रमस्तिष्क और हाइपोथेलेमस में महिलाओं की तुलना में ज्यादा एक्टिविटी पायी गयी, इससे यह बात भी साबित होती है, कि पुरुष सेक्सुअल गतिविधियों को ज्यादा पसंद करते हैं।


औसतन हर वर्ष लगभग 40 मिलियन वयस्क पोर्नोग्राफी देखते हैं, इनमे से 72 प्रतिशत पुरुष और केवल 28 प्रतिशत महिलाएं होती हैं। ये सभी स्टडी और रिसर्च बतातीं हैं कि पुरुष कामुक चीजों के प्रति ज्यादा रिस्पांसिव होते हैं, और उत्तेजित हो जाते हैं। यद्यपि इस उत्तेजना के होने के पीछे का कारण अभी तक स्पष्ट नही हो सका है।


एक अन्य स्टडी बताती है कि पुरुष और महिलाएं दोनो ही अपने को सेक्सुअल परिदृश्य में होने की कल्पना करते हैं। लेकिन पुरुष महिलाओं की तुलना में ऐसा करने की कोशिश ज्यादा करते हैं, और इसके लिए वे अलग अलग रणनीति भी तैयार करते हैं। सेक्सुअल रिस्पॉन्स के प्रति अलग अलग व्यवहार पैटर्न होने की वजह से पुरुषों और महिलाओं के व्यवहार में भिन्नता होती है।