यदि आपके शरीर में, मेल सेक्स हॉर्मोन- टेस्टोस्टेरोन की मात्रा कम है, तो यह निश्चित ही एक चिंता का विषय है। यह आपके यौन जीवन पर असर कर सकता है। इससे  आपकी सेक्स ड्राइव या यौनेच्छा में कमी आ सकती है और इससे स्तंभन दोष की समस्या भी हो सकती है।


स्तंभन दोष से पीड़ित पुरुषों  को सेक्स के लिए पर्याप्त इरेक्शन प्राप्त करने में समस्या होती है।

किन्तु यह बात ध्यान में रखें कि हर बार टेस्टोस्टेरोन की कमी से स्तंभन दोष नहीं होता।


सतंभन दोष का मुख्य कारण है पुरुष के लिंग में पर्याप्त रक्तचाप न होना। ऐसा उनके बढ़े हुए ब्लड प्रेशर, बढ़े हुए कोलेस्ट्रॉल एवं पुरुष के लिंग में आर्टरी के कड़क हो जाने से हो सकता है। स्तंभन दोष के अन्य कारण हैं अवसाद, बेचैनी एवं साथी या आस पास के लोगों से अनबनइरेक्शन टेस्टोस्टेरोन पर निर्भर तो करता है किंतु इनके बीच का संबंध कुछ उलझा हुआ सा है और इसे समझना ज़रा कठिन है। ऐसा पाया गया है कि कुछ पुरुष जिनमे टेस्टोस्टेरोन की कमी थी, उन्हें इरेक्शन प्राप्त करने में कोई समस्या नहीं हुई।

हालांकि विशेषज्ञ कहते हैं कि स्तंभन दोष एवं टेस्टोस्टेरोन की कमी जिन कारणों से होती है, वे काफी हद तक समान हैं जैसे, हृदय रोग, मोटापा एवं डाइबिटीज़ टाइप 2

जिन पुरुषों को टेस्टोस्टेरोन की कमी से स्तंभन दोष की समस्या है, उनके लिए वैज्ञानिकों ने एक चमत्कारी इलाज इजात किया है, जो है टेस्टोस्टेरोन रिप्लेसमेंट थेरेपी।


इस थैरेपी के साथ ही पुरुषों को कुछ दवाइयों का सेवन भी करना पड़ता है, जिससे उन्हें स्तंभन दोष की समस्या से निजात मिलता है। यह दवाइयां हैं एवानेफिल (स्टेनड्रा), सिलदेनाफिल (वायग्रा), टाडालाफिल (सियालिस), वर्डेनफिल (लेवित्रा)।

यह दवाइयां पुरुष के लीन  में रक्तचाप बढ़ाकर स्तंभन दोष की समस्या को दूर करती हैं।

विशेषज्ञ मानते हैं कि टेस्टोस्टेरोन की कमी को पूरा करना आसान है किंतु उसकी सहायता से यौनेच्छा बढ़ाना मश्किल कार्य है।

जिन पुरुषों का टेस्टोस्टेरोन लेवल सामान्य है, फिर भी स्तंभन दोष से पीड़ित हैं, ऐसे में टेस्टोस्टेरोन रिप्लेसमेंट थैरपी से उन्हें कोई लाभ नहीं होगा।