सबसे पहले हमे पता होना चाहिए कि महिलाओं में मेनोपॉज लगभग एक ही उम्र (51 के आसपास) होता है, वहीं पुरुषों में टेस्टोस्टेरोन लेवल कम होने पर ऐसा होता है।

ज्यादातर ये उम्र बढ़ने के साथ ही होता है, पर कभी कभी किसी और कारण से भी हॉर्मोन बनना बंद हो जाता है। साथ ही महिलाओं की तरह ये ज़रूरी नहीं है कि हर आदमी ये महसूस करे। कभी कभी पुरुषों में ये नहीं भी होता है।


एंड्रोपॉज के क्या है कारण?


एंड्रोपॉज का सबसे पहला कारण टेस्टोस्टेरोन लेवल का कम होना है। बढ़ती उम्र में ऐसा होना सामान्य है और इसके साथ कई लक्षण( नीचे दिए गए हैं) देख कर आप इसके बारे में जान सकते हैं।

टेस्टोस्टेरोन का लेवल तब कम होता है जब लेडिग सेल्स में पाई जाने वाली टेस्टीकल से हॉर्मोन बनना बंद हो जाता है।

जबकि एंडरोपॉज को कम टेस्टोस्टेरोन से जोड़ा गया है, इसमें डीएचईए, डीएचईए-एस, और एस्ट्रोस्टेडियन जैसे अन्य एण्ड्रोजन का घटना भी शामिल है। एडेर्नल ग्लैंड में ये हार्मोन बनते हैं लेकिन कम मात्रा में। बाद में, वे DHT और टेस्टोस्टेरोन में बदल जाते हैं। लेकिन, जब कम-टी की समस्या होती है तो इन हार्मोनों का बनना और काम और भी कम हो जाता है।

ऊपर बताए अनुसार, टेस्टोस्टेरोन लेवल कम होने( जो एंडरोपॉज का कारण बनता है) के कुछ कारण इस तरह से हो सकते हैं:


• क्रोनिक लीवर और किडनी का रोग

• हाई ब्लड प्रेशर [6]

• हाई कोलेस्ट्रॉल

• एचआईवी / एड्स

• हार्मोनल विकार

• इन्फेक्शन

• तपेदिक जैसे रोग

• टेस्टीकल में चोट

• ओपिओइड और स्टेरॉयड जैसी दवाएं

• अधिक वजन / मोटापा

• दवाओं, ट्यूमर और गुर्दे फेल होने के कारण पिट्यूटरी रोग

• स्ट्रेस और तनाव

• टेस्टीकुलर कैंसर या टेस्टीकुलर कैंसर के लिए उपचार

• डायबीटीज प्रकार 2

क्या हैं एंडरोपॉज के लक्षण?

क्या मुझे एंडरोपॉज है? मैं इसकी पहचान कैसे कर सकता हूँ? आप भी अपने आप से ये सवाल पूछ रहे हैं तो जान लें कि एंडरोपॉज के बहुत से लक्षण हैं जिनको देख कर आप पहचान सकते हैं कि आपको ये समस्या है या नहीं।

उम्र बढ़ने के साथ साथ ये लक्षण बढ़ जाते हैं। इसके कुछ आसान से लक्षण जो आप पहचान सकते हैं वो इस तरह से हैं:

• मोटिवेशन कम होना

• स्तनों या गाइनेकोमास्टिया का विकास

•ध्यान लगाने में मुश्किल होना

• नींद न आना या अनिद्रा

• इरेक्टाइल डिसफंक्शन

• थकान

• शारीरिक कमजोरी

• प्रजनन संबंधी समस्या / बांझपन

• बाल झड़ना

• शरीर में वसा का बढ़ना

• चिड़चिड़ापन और मिजाज

• शक्ति की कमी

• कम आत्मसम्मान और आत्मविश्वास

• मेमोरी की समस्या

• नेगेटिव बॉडी इमेज

• हड्डियों का मास कम होना

• सेक्स करने की इच्छा में कमी

• उदासी या स्ट्रेस

• वजन बढ़ना


क्या पुरुषों को हॉट फ्लेश की समस्या होती है?

मेनोपॉज के दौरान महिलाएं हॉट फ्लशेस का सामना करती हैं, लेकिन क्या पुरुषों में भी ऐसा होता है? हालांकि इसे "महिलाओं का मुद्दा" माना जाता था। वास्तविकता बहुत अलग है! हालांकि पुरुषों में ये कम होता है पर फिर भी दूसरे शब्दों में, अलग-अलग वेबसाइटें सामान्य लक्षणों की सूची में हॉट फ्लैश [8] को शामिल करती हैं लेकिन यह पूरी तरह से सही नहीं है। हॉट फ्लैश केवल एक महिला समस्या नहीं है, वे पुरुषों को भी प्रभावित कर सकती हैं, लेकिन यह आम नहीं है। ज्यादातर मामलों में, लक्षण उन पुरुषों को प्रभावित करता है जो प्रोस्टेट कैंसर के उपचार के लिए एण्ड्रोजन अभाव चिकित्सा से गुजर रहे हैं।