नींद में चलने और बात करने की बीमारी के बारे में तो आपने भी सुना होगा। मगर क्या आप किसी ऐसी बीमारी के बारे में जानते हैं जिसमें व्यक्ति नींद में सेक्शुअल एक्टिविटीज करने लगता है? जी हां, अगर सुबह उठने के बाद आपकी पत्नी आपको बताती है कि आप रात में सोते हुए हस्तमैथुन करने लगे थे या सेक्स करने की कोशिश कर रहे थे या बिस्तर पर अपना लिंग रगड़ रहे थे, तो आपको भी हैरानी होगी। मगर ये सभी लक्षण 'सेक्सोम्निया' नामक डिस्ऑर्डर के हो सकते हैं। सेक्सोम्निया शब्द सेक्स+इन्सोम्निया से बना है। ये ऐसा डिस्ऑर्डर है, जिसमें आप नींद में ही अपने पास सो रहे व्यक्ति के साथ या खुद के साथ कोई सेक्शुअल हरकत करने लगते हैं।

आमतौर पर सेक्सोम्निया नॉन रैपिड आई मूवमेंट (NREM) के समय होता है। ये ऐसा समय होता है, जब आप बहुत गहरी नींद में होते हैं। ऐसी अवस्था में संभव है कि व्यक्ति की आंखें खुली हों लेकिन उसे दिखाई कुछ नहीं देता है। आइए आपको इसके बारे में और बातें बताते हैं।

क्या हैं सेक्सोम्निया के लक्षण?

सेक्सोम्निया से प्रभावित व्यक्ति कई तरह की सेक्शुअल एक्टिविटीज कर सकता है, जैसे- नींद में हस्तमैथुन करना, पार्टनर के अंगों को सहलाना, बगल में सो रहे व्यक्ति से चिपक जाना और सेक्शुअल संबंध बनाने की कोशिश करना। कई बार तो ऐसा भी होता है कि व्यक्ति नींद में ही चलकर एक से दूसरे कमरे में जाकर यही हरकतें करता है। चूंकि सेक्सोम्निया होने पर आपको अगली सुबह रात के बारे में कुछ भी याद नहीं रहता है, इसलिए इसके बारे में आपको आपके पार्टनर या कमरे में मौजूद कोई दूसरा शख्स ही बता सकता है। आमतौर पर इसके निम्न लक्षण हो सकते हैं-

  • बिस्तर पर या पास में लेटे व्यक्ति के शरीर पर अपने लिंग को रगड़ने लगना
  • हस्तमैथुन करना
  • अपने लिंग को हाथों से रगड़ना या मुट्ठी में भर लेना
  • अचानक से स्खलित हो जाना
  • साथ में सो रहे पार्टनर के साथ सेक्स करने की कोशिश करना
  • कोई भी गतिविधि करते हुए बिल्कुल भावशून्य होकर देखना
  • सुबह उठने के बाद अपनी हरकतों के बारे में कुछ भी याद न होना

सेक्सोम्निया एक तरह से नई बीमारी है, जिसके पहले मामले का पता 1986 में चला था। आमतौर पर यह पुरुषों में ही ज्यादा होती है। 2015 में हुए अध्ययन के मुताबिक अभी तक दुनिया में इसके 94 मामले पाए गए हैं। मगर वैज्ञानिकों का मानना है कि चूंकि इस डिस्ऑर्डर के बारे में बात करते हुए व्यक्ति शर्मिंदा महसूस करता है, इसलिए बहुत सारे लोग डॉक्टर के पास भी नहीं जाते हैं और इसलिए ऐसे लोगों की संख्या ज्यादा हो सकती है।

क्या है सेक्सोम्निया का कारण?

इस बात का पुख्ता प्रमाण मौजूद नहीं है कि सेक्सोम्निया किस कारण से होता है। मगर वैज्ञानिकों ने अनुमान लगाया है कि इसके निम्न कारण हो सकते हैं-

  • बहुत ज्यादा थकान
  • स्लीप डिस्ऑर्डर
  • एंग्जायटी
  • कुछ दवाओं के कारण
  • तनाव
  • सही और पर्याप्त नींद की कमी
  • बहुत ज्यादा शराब का सेवन

क्या है सेक्सोम्निया का इलाज?

सेक्सोम्निया के इलाज के लिए इसके कारण का पता लगाना बहुत जरूरी है। उस कारण को समाप्त करके ही सेक्सोम्निया जैसे डिस्ऑर्डर को ठीक किया जा सकता है। जैसे- अगर नींद की कमी या अनियमित नींद के कारण ऐसा होता है, तो डॉक्टर आपको नींद लाने के उपाय या दवा दे सकता है। इसके अलावा अगर किसी व्यक्ति में कुछ खास दवाओं के साइड इफेक्ट के कारण ऐसा हो रहा है, तो डॉक्टर दवाएं बदल सकता है। ज्यादातर मामलों में रेगुलर अच्छी और गहरी नींद लेने से ये समस्या अपने आप ठीक हो जाती है।

Medically reviewed by Rishabh Verma, RP

sexsomnia