सेक्स अपने आप में आनंददायक है, मगर कई बार अनचाहा गर्भ आपके लिए परेशानी की वजह बन सकता है। अनचाही प्रेग्नेंसी से बचने के लिए या तो आपकी महिला पार्टनर को लगातार गोलियां खानी पड़ती हैं या फिर सेक्स के दौरान आपको कंडोम का इस्तेमाल करना पड़ता है। कंडोम आपको अनचाही प्रेग्नेंसी से बचाता है, मगर इसके साथ कई समस्याएं हैं।


पहला यह कि कंडोम का इस्तेमाल कुछ पुरुषों को इसलिए पसंद नहीं आता है कि इससे वो लिंग और योनि के बीच घर्षण के आनंद को महसूस नहीं कर पाते हैं।

दूसरी समस्या कंडोम की उपलब्धता की है। जरूरी नहीं है कि आप अपने साथ हर समय कंडोम लेकर ही चलें, इसलिए ऐन वक्त पर कंडोम न मिलने पर कई बार पुरुष असुरक्षित यौन संबंध बनाने को मजबूर होते हैं। तीसरी समस्या यह है कि कंडोम कई बार सेक्स के दौरान फट जाता हैं, जिससे अनजाने में ही गर्भ ठहर सकता है। इसलिए कंडोम को विश्वसनीय गर्भनिरोधक उपाय नहीं माना जा सकता है।


कंडोम के अलावा जो भी गर्भनिरोध के उपाय उपलब्ध हैं, वो सभी महिलाओं के लिए हैं, जैसे- पिल्स, इंजेक्शन, आईयूडी आदि। लेकिन मिस्टर्स!!! खुश हो जाइए, अब जल्द ही पुरुषों के लिए भी गर्भनिरोधक गोलियां उपलब्ध हो सकती हैं।


पुरुषों के लिए गर्भनिरोधक दवा बनाने में मिली सफलता


लगभग आधी शताब्दी से ज्यादा समय की मेहनत के बाद वैज्ञानिकों ने पुरुषों के लिए गर्भनिरोधक गोलियां बनाने में लगभग सफलता पा ली है। यूनिवर्सिटी ऑफ वाशिंगटन के स्कूल ऑफ मेडिसिन ने यूएस के UCLA के साथ मिलकर पुरुषों की गर्भनिरोधक दवा बनाया, जिसने पहले चरण का ट्रायल पास कर लिया है। इस गोली को फिलहाल '11-बीटा-MNTDC' नाम दिया गया है। ये गोली 2 हार्मोन्स का कॉम्बिनेशन है, जिसमें एक भाग प्रोजेस्टिन है और दूसरा भाग मॉडीफाइड टेस्टोस्टेरॉन है। खाने के बाद ये गोली पुरुषों के शरीर में टेस्टोस्टेरॉन हार्मोन की तरह काम करेगी, लेकिन ये अंडाशय में ज्यादा मात्रा में नहीं एकत्रित नहीं होगी, जिससे स्पर्म (वीर्य) बनने की दर घटेगी।


कैसे काम करेगी यह दवा?


इस गोली में इन 2 हार्मोन्स का कॉम्बिनेशन ही इसकी खासियत है। दरअसल प्रोजेस्टिन एक ऐसा हार्मोन है, जो पुरुषों में स्पर्म (वीर्य) के उत्पादन को रोकता है। मगर साथ ही साथ ये पुरुषों के शरीर में बनने वाले प्राकृतिक टेस्टोस्टेरॉन को भी कम करता है। चूंकि टेस्टोस्टेरॉन हार्मोन पुरुषों के शरीर में कई महत्वपूर्ण फंक्शन्स के लिए जरूरी है, इसलिए इसकी कमी को अनदेखा नहीं किया जा सकता। इसीलिए वैज्ञानिकों ने इस गोली में मॉडीफाइड टेस्टोस्टेरॉन हार्मोन भी डाला है, जो प्रोजेस्टिन द्वारा कम किए गए हार्मोन को बैलेंस करेगा और शरीर के फंक्शन्स को सुचारू करेगा।


फिलहाल ये रिसर्च 40 पुरुषों पर की गई है, जिसके परिणाम देखकर वैज्ञानिक उत्साहित हैं। स्टडी के दौरान जिन पुरुषों को ये दवा दी गई, उनमें स्पर्म प्रोडक्शन की दर घट गई। लगातार 28 दिन तक सेवन करने के बाद बहुत कम पुरुषों में ही इसके साइड इफेक्ट्स देखे गए। जो साइड इफेक्ट्स दिखे भी वो बेहद सामान्य थे जैसे- थकान, चक्कर, सिरदर्द, मुंहासे आदि। पहले चरण की सफलता के बाद अब आगे इसका बड़े पैमाने पर ट्रायल किए जाने की योजना है, ताकि जल्द से जल्द इसे बाजार में लोगों के इस्तेमाल के लिए लाया जा सके।

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