सेक्स नाम का शब्द, हमारे समाज में हमेशा से ही दबे लफ़्ज़ों में उपयोग किया जाता है। इससे जुड़ी समाज की हीन भावना का ही यह नतीजा है कि इस विषय को लेकर सम्पूर्ण विश्व में, खासतौर पर किशोरावस्था से गुज़र रही हमारी जनसंख्या में इतनी अज्ञानता है।


हालांकि देखा जाए तो हमारे समाज में सेक्स के हर पहलू से जुड़ी अज्ञानता या मिथ्या ज्ञान मौजूद है। सेक्स के प्रति जिज्ञासा बालकों में किशोरावस्था के प्रारंभ से ही पनपने लगती है, किंतु देखा जाए तो इस संभोग क्रिया में शामिल होने की आयु 18 वर्ष के बाद ही मानी जा सकती है। अर्थात हम यह मान सकते हैं कि एक औसत मनुष्य, 18 वर्ष की आयु के उपरांत ही संभोग क्रिया में शामिल हो पाता है ।


इस आधार पर हम सेक्स करने वाली हमारी आबादी को 3 भागों में विभाजित कर सकते हैं, जैसे 18 से 34 वर्ष की आयु वाले, 35 से 50 वर्ष की आयु वाले एवं आखिर में 50 से अधिक उम्र की आयु वाले व्यक्ति। यदि हम चिंतन करके देखें और स्वयं से यह प्रश्न करें, कि इनमें से कौन से वर्ग के व्यक्ति सेक्स जैसी क्रिया करते होंगे, या सेक्सुअली एक्टिव होंगे, तो हममें से ज़्यादातर लोग पहले दो वर्गों को चुनेंगे। इसका कारण हमारा यह मान लेना है कि बुज़ुर्ग व्यक्ति सेक्स नहीं करते, या उनमें सेक्स करने की इच्छा खत्म हो जाती है।


इससे मिलती जुलती औऱ भी कई मान्यताएं प्रचलित हैं, जैसे सेक्स करने का इकलौता उद्देश्य संतान प्राप्ति है एवं बच्चों के जन्म के पश्चात दंपत्ति सेक्स नहीं करते । इस विषय में जब कुछ बुज़ुर्गों से चर्चा की गई, तो उनके जवाब बेहद चौंकाने वाले थे। उन्होंने बताया कि कोई भी, कभी भी, यहां तक कि उनके अपने चिकित्सक भी, उनसे कभी उनके यौन जीवन से संबंधित किसी भी प्रकार के प्रश्न या चर्चा नहीं करते। एक बुज़ुर्ग ने बताया कि उनके किसी भी चिकित्सक ने कभी भी उनसे सेक्स से संबंधित प्रश्न नहीं किया। एक अन्य बुज़ुर्ग ने बताया कि जब कभी कोई डॉक्टर उस दिशा में प्रश्न करना भी चाहता है तो वह उनके सफेद बाल देख कर रुक जाता है।


डब्ल्यू एच ओ के अनुसार सेक्सुअल हेल्थ के अंतर्गत केवल बीमारियों की अनुपस्थिति ही नही मानी गई, किंतु इस विषय में खुल कर चर्चा करने के विषय मे भी ज़िक्र किया गया। विशेषज्ञ मानते हैं कि यौन जीवन में प्रसन्नता बने रहने से रिश्तों में मधुरता बनी रहती है, स्वास्थ्य बना रहता है एवं व्यक्ति ऊर्जा वान बना रहता है।


हाल ही में, 3000 व्यक्तियों पर एक शोध किया गया। ये सभी व्यक्ति 65 से 85 वर्ष की आयु के थे। जब इन व्यक्तियों से इनके यौन जीवन के बारे में पूछा गया तो परिणाम हमारी अपेक्षाओं से  हट कर प्राप्त हुए। इन बुज़ुर्गों में से 54 प्रतिशत ऐसे बुज़ुर्ग थे, जो एक महीने में 2 से 3 बार सेक्स करते थे एवं 23 प्रतिशत बुज़ुर्ग ऐसे भी थे जो एक सप्ताह में कम से कम एक बार सेक्स करते थे। इनमें से ज़्यादातर बुज़ुर्ग ऐसे थे जिन्हें सेक्स से संबंधित कुछ समस्याएं थीं, किंतु किसी चिकित्सक से इस विषय में चर्चा करने में ये असहज थे।


क्या 50 वर्ष के बाद भी सेक्स करते हैं लोग