पुरुषों में बढ़ती उम्र के साथ सेक्स ड्राइव में भी धीरे धीरे कमी आने लगती है। लेकिन कितनी कमी आयेगी इस का कोई निर्धारित पैमाना नही है, ज्यादातर पुरूष अपनी उम्र के 70वें पड़ाव में भी सेक्सुअली एक्टिव रहते हैं। एक प्रचलित मुहावरा भी है कि मर्द और घोड़ा कभी वूढ़ा नही होता।

जो पुरुष अपने स्वास्थ्य का सही ढंग से ख्याल रखते है, और फिजीकली फिट रहते है। वह बढ़ती उम्र में भी खुशहाल सेक्स लाइफ का आनंद लेते रह सकते हैं।आइये कुछ जरूरी बातों के बारे में जानते हैं, जो आपकी हैल्थी सेक्स लाइफ को अनहैल्थी बना सकते हैं। जिनका ध्यान रखकर आप वुढ़ापे को मात दे सकते हैं।


हार्मोन्स असंतुलन

सामान्य रूप से बढ़ती उम्र के साथ सेक्स हार्मोन कम होने लगते हैं, इनमे भी टेस्टोस्टेरॉन सबसे महत्वपूर्ण हॉर्मोन होता है, यह सेक्स ड्राइव और डिज़ायर, स्पर्म के प्रोडक्शन के लिए जिम्मेदार होता है। दूसरा इम्पोर्टेन्ट हार्मोन सिरोटोनिन होता है। यह जोश जुनून और खुशी से जुड़ा होता है। रेगुलर एक्सरसाइज, योग, करने और हैल्थी खानपान की आदतों को अपना कर इन के लेवल को मेन्टेन रखा जा सकता है।

मेडिकेशन

कुछ विशेष दवाओं के इस्तेमाल से भी सेक्स की इक्षा मेंकमी आती है।

  • ब्लड प्रेशर की दवाएं जैसे कि ऐस इन्हीबिटर, बीटा ब्लॉकर इरेक्शन और एजेक्यूलशन को रोकती हैं
  • प्रोस्टेट कैंसर, कीमोथेरेपी के ट्रीटमेंट टेस्टोस्टेरॉन को कम करते हैं।
  • कुछ एंटीडिप्रेसेंट, और एन्टी फंगल दवाएं भी सेक्स ड्राइव को कम करती हैं।

स्ट्रेस और डिप्रेशन

  • चिंता, तनाव और डिप्रेशन के कारण सेक्स डिज़ायर खत्म हो जाती है, किसी काम मे मन नही लगता है। स्ट्रेस के कारण बॉडी में कॉर्टिसोल का लेवल बढ़ जाता है। जिसके कारण डाइबिटीज, और ब्लड प्रेशर होने का खतरा उत्पन्न हो जाता है।


  • डिप्रेशन के इलाज में प्रयोग होने वाली दवाएं भी सेक्स लाइफ पर विपरीत असर डालती हैं।

सट्रेस मैनेजमेंट तकनीक, प्राणायाम, ध्यान आदि को अपनाकर स्ट्रेस को दूर किया जा सकता है। साथ ही काउंसलिंग भी लाभदायक होती है।


पुराने रोग

कुछ रोगों की देखभाल और इलाज अगर सही से न की जाए तो सेक्स क्षमताओं को कम कर देते हैं।

  • टाइप 2 डाइबिटीज की सही केअर न करने से पूरी बॉडी में अनेक कॉम्प्लिकेशन आने लगते हैं, इरेक्टाइल डिस्फंक्शन, प्री मेच्योर इजेक्युलेशन भी हो जाते हैं।
  • हाई ब्लड प्रेशर और मोटापा ।
  • हाइ कोलेस्ट्रॉल लेवल।
  • कैंसर, हार्ट डिसीज, किडनी डिसीज।

नशे की आदत

अधिक शराब का सेवन, या तम्बाकू, गांजा के प्रयोग की आदतों के कारण भी सेक्स लाइफ खत्म हो जाती है। बॉडी में टेस्टोस्टेरॉन का लेवल कम हो जाता है, स्पर्म काउंट भी नीचे आ जाता है।


एक्सरसाइज

बहुत कम या बहुत अधिक एक्सरसाइज करने से भी सेक्स ड्राइव कम होती है। बहुत कम एक्सरसाइज से अनेक रोग होने की सम्भावना होती है, जो सेक्स क्षमता को समाप्त कर सकते हैं, साथ ही जरूरत से ज्यादा एक्सरसाइज भी सेक्स लाइफ को कम करती है।


अनिद्रा

अच्छी गहरी नींद न आने के कारण भी बॉडी में टेटोस्टेरॉन, और ऑक्सीजन के स्तर कम हो जाते हैं। इनके लेवल कम होने की वजह से सेक्स में कमी आने लगती है।


रेस्टलेस लेग सिंड्रोम

कुछ लोगों में बैठे हुए पैर हिलाने की आदत होती है, ऐसा वो जानबूझकर नही करते लेकिन अचेतन रूप से करते रहते हैं, इसे आदत को रेस्टलेस लेग सिंड्रोम कहते हैं। रिसर्च से सामने आया है कि इस आदत वाले लोगों में सेक्सुअल वीकनेस आ जाती है, जो आगे चलकर नपुंसकता में भी बदल सकती है।


समाधान

एजिंग एक सत्य है जो हर किसी मे समय के साथ होती ही है, लेकिन इसका असर आप पर कितना होगा ये आप पर निर्भर करता है। जीवन शैली खान पान की आदतें सुधार कर अपनी सेक्स लाइफ पर एजिंग के इफेक्ट को कम कर सकते हैं। यहां दिए फैक्टर्स के बारे में जानकर इनसे बचाव कर बढ़ती उम्र में भी हैल्थी सेक्स ड्राइव को बनाये रखा जा सकता है।