मेनोपॉज के समय महिलाओं में कई तरह के बदलाव आते हैं, और उनके करीबी ये बदलाव महसूस ना करें ऐसा होना संभव नहीं है. और उनका पार्टनर होने के नाते आप सबसे ज्यादा समय उनके साथ बिताते हैं तो मूड स्विंग्स को आपसे बेहतर कोई नहीं जान पाएगा. साथ ही सेक्सुअल बदलाव सिर्फ आप ही हैं जो समझ पाएंगें. हो सकता है इन सब बदलावों के कारण उनके मूड में बहुत ज्यादा बदलाव आपको देखने को मिले और आप ये सोचने पर मजबूर हो जाएंगें कि कहीं आप कुछ गलती तो नहीं कर रहे हैं.


ऐसे में ज़रूरी है कि आप मेनोपॉज से जुड़े हर लक्षण के बारे में जानकारी रखें ताकि समय आने पर आप समझ सकें कि ये सब नेचुरल है. और जानकारी होने पर आप अपने पार्टनर को अच्छे से समझ पाएंगें और सपोर्ट भी कर पाएंगें. मेनोपॉज से जुड़े कुछ सेक्सुअल लक्षण इस तरह से हैं;


•वेजाइना में सूखापन;

•सेक्स करने की इच्छा कम होना

•सेक्स करते हुए दर्द होना

•स्किन सेंसिटिविटी कम होना;


याद रखें कि ये लक्षण मेनोपॉज के समय होना सामान्य है और अगर आप अपनी पार्टनर में ये सब महसूस करते हैं तो परेशान होने की कोई बात नहीं है. साथ ही मूड स्विंग और हॉट फ्ल्शेस जैसे लक्षण भी सेक्सुअल डिजायर को प्रभावित कर सकते हैं. क्योंकि इन सब से नींद आने में परेशानी होती है और थकान के चलते सेक्स की इच्छा कम होना नॉर्मल है.

मेनोपॉज को थोड़ा समय दें. ये एक ही दिन में खत्म नहीं होगा. ऐसे में अपने पार्टनर को पूरी तरह से सपोर्ट करने के लिए तैयार रहें.


मेनोपॉज को खुद से जोड़ कर देखें

पुरुष मेनोपॉज लक्षणों को महसूस नहीं करते हैं, ऐसे में महिलाओं पर ऊंगली उठाना उनके लिए आसान हो जाता है. उनका अचानक से गुस्सा होना, या सेक्स की इच्छा रखना पुरुषों को कई बार समझ नहीं आता है. ऐसे में अपने पार्टनर को गलत समझने से पहले खुद को उनकी जगह रख कर सोचने की कोशिश करें. सोचें कि आप उनकी मदद करने के लिए क्या कर सकते हैं, ना कि ये कोशिश करें कि वो खुद को बदल लें.


उसे खुल कर बात करने को कहें

सयाकोलॉजिकल लक्षणों के इलाज का सबसे अच्छा उपाय है कि सामने वाले को खुल कर बात करने को कहें. आप पूरी तरह से ये नहीं समझ सकते हैं कि आपकी महिला पार्टनर किस स्थिति से गुजर रही है पर बात करके आप उसे अच्छा ज़रूर महसूस करवा सकते हैं. ऐसा करने से उनकी सेक्सुअल सिचुएशन में भी सुधार आने की संभावना है.


आप मेनोपॉज के लक्षणों के बारे में उनसे बात करें और साथ ही जानने की कोशिश करें कि आप किस तरह से इस समय में उसकी मदद कर सकते हैं.

अगर वो इसके बारे में दोस्तों से बात करना चाहे तो बुरा ना सोचें.