बहुत से लोग इस चीज को लेकर कंफ्यूज रहते हैं कि स्पर्म और सीमेन एक ही चीज है। पर क्या आप जानते हैं ये दोनों अलग हैं। स्पर्मेटोज़ा या स्पर्म, रिप्रोडक्टिव सेल को दिया गया नाम है जो टैडपोल की तरह दिखता है। सेमिनल फ्लूइड वह है जिसमें टैडपोल में तैरता है। ये दोनों एक साथ मिलकर सीमेन बनाते हैं। सीमेन में स्पर्म तैरता है, तभी प्रेग्नेंसी होती है।


सेमिनल फ्लूइड स्पर्म का प्रोटेक्टर है

सेमिनल फ्लूइड स्पर्म को "अपने बायोलॉजिकल मिशन को पूरा करने में मदद करता है" जैसा कि मॉर्गेंटलर कहते हैं, यह स्पर्म को महिला शरीर में जाने में मदद करता है। सेमिनल फ्लूइड एसिडिक होता है, इसलिए यह महिला रिप्रोडक्टिव सिस्टम में इसकी एसिडिटी को कम कर देता है। और सबसे ज्यादा ज़रूरी काम जो ये करता है वो है कि ये स्पर्म को तैरने के लिए एनर्जी देता है।


सीमेन सिर्फ टेस्टिस नहीं, 3 अंग बनाते हैं

मॉर्गेंटलर के अनुसार, आदमियों के रिप्रोडक्टिव सिस्टम में सीमेन तीन मैं स्ट्रक्चर से आता है। पहला प्रोस्टेट है, जो एंजाइम, प्रोटीन और खनिजों से भरा एक दूधिया पदार्थ बनाता है। दूसरा सेमिनलवेसिकल है, जो फ्रक्टोज के साथ-साथ दो-तिहाई फ्लूइड पदार्थ का उत्पादन करता है। तीसरे टेस्टिकल हैं, जो स्पर्म और कुछ और फ्लूइड्स पैदा करते हैं।


अद्भुत है स्पर्म

स्पर्म केवल व्यक्ति में बनी सेल्स हैं, जो किसी दूसरे व्यक्ति में जीवित रहने के लिए डिज़ाइन किए गए हैं। मॉर्गेंटलर कहते हैं, "स्पर्म अद्भुत हैं।" इसके बारे में सोचो! हमारे शरीर को किसी भी ऐसी चीज़ पर हमला करने के लिए डिज़ाइन किया गया है जो हमारे अपने शरीर से नहीं है। स्पर्म किसी दूसरे शरीर में जाता है, तो भी  दूसरा शरीर उसपर हमला नहीं करता है।

साथ ही जब सीमेन पहली बार निकलता है ये जेल की तरह होता है और उसके बाद ये लिक्विड में बदल जाता है। ये बदलाव एक एंजाइम पीएसए के कारण होता है। कुछ लोग इसका कारण बताते हैं कि जेल ज्यादा देर तक वजाइना में टिक सकता है इसलिए ये इसी तरह का होता है।

साथ ही आपको ये जानकर हैरानी होगी की सीमेन में सिर्फ 1% ही स्पर्म होता, बाकि सब पानी और कुछ अलग एलिमेंट जैसे कैल्शियम, फ्रक्टोज और कुछ एंजाइम होते हैं। इस पर रिसर्च चलती रहती हैं और चलती रहेंगी, आप इसके बारे में कितना जानते हैं ये ज़रूरी है। अब आप सीमेन और स्पर्म को एक समझने की भूल नहीं करेंगे!

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