लोग अपने फ्यूचर को लेकर बहुत कुछ सोचते हैं। कहां जाना है, क्या करना है। कभी भी अपने पार्टनर को इस प्रोसेस में अकेला ना छोड़ें। अपने पार्टनर के फ्यूचर प्लान में खुलकर हिस्सा लें, खुद को उसका हिस्सा बनाएं। फिर देखें कि कैसे आप दोनों के फ्यूचर प्लान मिलकर दोनों के म्यूच्यूअल प्लान हो जाएंगें, और आपके पास एक ऐसा फ्यूचर होगा जिसमें आप दोनों साथ होंगें।


1.एक दूसरे के अतीत को समझें

हमेशा अपने पार्टनर की बचपन की कहानियां, बातें जानने की कोशिश करें। साथ ही अपनी कहानियां भी उन्हें बताएं। ये कहानियां आपको एक दूसरे के करीब लाने में मदद करेंगी और आप एक खास जुडाव महसूस करेंगें। ये जानना कि आज आपका पार्टनर जैसा है, जहां तक पहुंचा है उसके पीछे क्या कारण है, ये आपको उनसे जोड़ने में मदद करता है।


2.क्वालिटी ओवर क्वांटिटी

याद रखें कि ये मायने नहीं रखता है कि आप एक दूसरे के साथ कितना टाइम बिताते हैं या कितनी डेट्स पर जाते हैं; बल्कि ये उन चीजों की क्वालिटी पर ज्यादा डिपेंड करता है। सिर्फ एक छोटी सी बातचीत जिसमें आप अच्छे से बात करते हैं वो घंटों साथ टाइम बिताने से अच्छा होता है।


3. उन्हें अपना समय लेने दें

अपने पार्टनर के साथ ज्यादा से ज्यादा समय बिताना अच्छा है पर फिर भी उन्हें हमेशा अपना स्पेस दें। उन्हें अकेले रहने या अपने दोस्तों के साथ समय बिताने दें।उन्हें आउटिंग पर जाने दें और ऐसे में बार-बार उन्हें फ़ोन या टेक्स्ट ना करें। थोड़े समय के लिए दूर रहकर आप देखेगें कि आप उसके बाद अपने पार्टनर के साथ समय बिता कर और अच्छा महसूस करेंगें।


4. सिर्फ तुम

दलाई लामा ने कहा कि रिश्ता सबसे अच्छा तब है जहां एक-दूसरे के लिए आपका प्यार एक-दूसरे के लिए आपकी आवश्यकता से अधिक है’।‘ इससे सही कुछ नहीं है। कपल्स में सबसे बड़ी दिक्कत है कि वो अपनी कमी सामने वाले में ढूंढने की कोशिश करते हैं। । पार्टनर और रिश्ते पर भावनात्मक रूप से बाहरी तनाव होता है। अपने साथी से इलाज की उम्मीद किए बिना किसी भी मुद्दे पर काम करने की कोशिश करें। अच्छे से रिश्ता निभाएं, और उसे एंजॉय करें, ऐसा रिश्ता रखें जो एक दूसरे पर दबाव नहीं डालता है।


5. कम्पलीट सिडक्शन

तीन तरह के सिडक्शन होते हैं- फिजिकल, इंटेलेक्चुअल और इमोशनल। अगर आप एक ही टाइप पर ध्यान देते हैं तो अब समय है बाकि दो पर ध्यान देने का। जितना ज्यादा आप एक दूसरे से जुड़े होंगे रिश्ता उतना ही मजबूत होगा।


निष्कर्ष

रिश्ते आसान नहीं हैं। इंसान कभी बदल रहा है; हम सभी बदलते हैं और हम बढ़ते हैं। जो दो लोग पहली बार मिलते हैं और प्यार में पड़ते हैं, वही दो लोग नहीं हैं जो दो साल बाद साथ रह रहे हैं। यह वह रख-रखाव है जिसमें हम अपने शामिल व्यक्तित्वों को एक-दूसरे के साथ बार-बार शामिल होने की अनुमति देते हैं। इसलिए इस बदलाव के बीच एक दूसरे के साथ एंजॉय करने की कोशिश करें।