सेक्स लाइफ जीवन के सबसे खूबसूरत और आनंददायक लम्हों में शामिल होती है, ये हमे दिनभर के थकान, तनाव से फ्री करके दिल दिमाग को तरोताजा कर देती है। महिलाओं में उम्र बढ़ने के साथ साथ खास तौर पर जीवन का पचासवाँ वसंत आते आते सेक्स को लेकर उदासीनता आने लगती है। आइये जानते हैं, क्या कारण है कि इस उम्र तक पहुंचने पर वह पहले वाला जोश और उत्साह गायब होने लगता है। पूरी दुनिया में 50 की उम्र की कुल महिलाओं में से तीन चौथाई महिलाएं इस समस्या का सामना कर रही हैं।

एक स्टडी में 50 वर्ष और इस से अधिक उम्र की 977 महिलाओं पर अध्ययन किया गया, इनमे से आधी संख्या की महिलाओं का कहना था कि उनमे अपने आप को ज्यादा उम्र का या बूढ़ा महसूस करने से सेक्स डिज़ायर कम होती जा रही है, इनमे से एक तिहाई महिलाओं का कहना था कि मेनोपॉज के वजह से उनमे यह कमी आ गई है, बाकी की महिलाओं का कहना था कि एनर्जी की कमी के कारण वह अपने को सेक्स करने में असमर्थ पातीं हैं, इन महिलाओं में से ज्यादातर का कहना था कि उन्हें इस कमी के बारे में एक्सपर्ट, या डॉक्टर से बात करने तक मे बहुत अधिक झिझक और शर्मिंदगी फील होती है। केवल 2 परसेंट महिलाओं ने कहा कि उन्होंने कम होती सेक्स ड्राइव को सही करने के लिए ट्रीटमेंट लिया।

एक अन्य रिपोर्ट में सामने आया कि इसका इफेक्ट इतना ज्यादा है कि महिलाएं अपने पार्टनर के सामने भी अनड्रेस होने में भी संकोच करतीं हैं।


कारण

सामान्य रूप से इस ऐज तक आते आते महिलाओं को मेनोपॉज से गुजरना होता है, मेनोपॉज का मतलब है कि अब उन्हें आगे फिर कभी पीरियड नही होंगें।

मेनोपॉज की वजह से कुछ फिजिकल और इमोशनल चेंज होते हैं, जिनका कि महिला के जीवन और सेक्स लाइफ पर प्रभाव पड़ता है। इस के साथ कभी कभी कुछ और लक्षण भी सामने आने लगते हैं, जैसे

एंग्जायटी, यूरीन कंट्रोल करने में परेशानी, सेक्स डिज़ायर में कमी, डिप्रेशन, बॉडी का वजन बढ़ने लगना, बालों का कमजोर होने लगना। ये सभी लक्षण महिला के जीवन को प्रभावित करते हैं, और अपने पार्टनर से सम्बन्धों को भी डिस्टर्ब कर सकते हैं।

लिबिडो में कमी

सेक्स को लेकर इंटरेस्ट और आनंद को लिबिडो कहते हैं, मेनोपॉज के कारण फीमेल बॉडी में एस्ट्रोजन हार्मोन का लेवल कम होने लगता है, जिससे वेजिना की ब्लड सप्लाई में कमी आ जाती है, और वेजिना के अंदर के टिश्यू सेक्सुअल स्टिमुलेशन के प्रति कम सेंसटिव हो जाते हैं।

ब्लड फ्लो के कम होने से वेजिना के अंदर के लुब्रिकेशन में भी कमी आ सकती है जिससे उत्तेजना में कमी आ सकती है, और सेक्स पहले जितना आंनददायक नही रह जाता, रफनेस की वजह से कभी कभी तो कष्टदायक हो जाता है।

एक स्टडी में शामिल आधे से अधिक महिलाओं ने कहा कि वैजाइनल ड्राईनेस की वजह से उन्हें सेक्स के प्रति रुचि समाप्त हो रही है। जबकि बाकी की महिलाओं का मानना था कि यह केवल उम्र बढ़ने के कारण हो रहा है। उन्हें इस बात की जानकारी नही थी कि इस प्रॉब्लम को सही भी किया जा सकता है।

समाधान

यह एक ऐसी प्रॉब्लम है, जो अधिकतम महिलाओं को फेस करना होती है, और उनकी लाइफ को नीरस बना सकती है। कम होती सेक्स डिज़ायर से डरने की जरूरत नहीं है, आजकल इसका सॉल्यूशन उपलब्ध है। केवल आपको डॉक्टर से सलाह लेकर अपने लिए उचित समाधान अपनाने की जरूरत है

  • जिन महिलाओं को वेजिनल इशू हैं, वह एस्ट्रोजन थेरेपी अपना सकतीं हैं। इसमे एस्ट्रोजन क्रीम्स को डायरेक्ट एप्लाई करते हैं।
  • आप चाहें तो डॉक्टर की सलाह से हॉर्मोन थेरेपी भी ले सकती हैं।
  • लाइफ स्टाइल चेंज करने से भी काफी लाभ मिलता है, अच्छा पौष्टिक भोजन, रेगुलर एक्सरसाइज से मेनोपॉज के कारण होने वाले लक्षणों को काफी कम किया जा सकता है।मेडिटेशन और योग को अपना कर भी सेक्स डिज़ायर को इम्प्रूव कर सकते हैं।