हमारे साहित्य ने शराब को सर्वदा से ही एक ऐसा तत्व माना है, जो मनुष्य की भावनाओं को खुल कर व्यक्त होने का अवसर देता है। कहा जाता है कि इसके प्रभाव से मनुष्य की भावनाएं अत्यंत सरल रूप में एवं यथार्थ रूप से व्यक्त होती हैं। कई किताबों एवं फिल्मों में शराब को "लव पोषन" (प्यार उत्पन्न करने वाला द्रव) की तरह प्रदर्शित किया गया है।

मनोवैज्ञानिकों का मानना है कि सेक्स के संबंध में शराब हमारे मस्तिष्क को दो प्रकार से प्रभावित करती है। यह यौनेच्छा को बढ़ाती है एवं सहवास (सेक्स) करने की शक्ति को घटा देती है। आम भाषा में समझा जाए तो, शराब एक "एन्टी डिप्रेज़ेंट " है, अर्थात यह हमारे शरीर के सारे तंत्रों (ऑर्गन) को शांत कर देती है एवं उनके उचित कार्यों की गति को घटा देती है।कई बार ऐसा देखा जाता रहा है कि शराब पीने के बाद मनुष्य स्वयं को प्रसन्न चित्त एवं चिंता निवृत्त महसूस करता है। कुछ लोग शराब के प्रभाव से अवसाद एवं क्रोध भी अनुभव करते हैं। संतुलन बनाने की शक्ति, निर्णय लेने की शक्ति, आदि जैसे कई कार्य शराब के प्रभाव से करना अत्यंत मुश्किल हो जाता है।

कई वैज्ञानिकों ने अपने शोधों के उपरांत यह माना कि लंबे समय तक अथवा कभी-कभी शराब पीने से भी पुरुषों में टेस्टोस्टेरोन नामक हॉर्मोन के स्त्रावण में कमी आ जाती है। टेस्टोस्टेरोन हॉर्मोन को कामलिप्सा अर्थात यौनेच्छा जागृत करने के लिए भी महत्वपूर्ण माना जाता है। इससे पुरुषों में काम भावना एवं उत्साह में तो वृद्धि होती है, किन्तु सहवास के दौरान वे अपने साथी को आनंदित एवं तृप्त नहीं कर पाते।

जाने माने सेक्सोलॉजिस्ट, डॉक्टर केट वैन किर्क के अनुसार बियर के प्रभाव से पुरुषों में कुछ निम्नलिखित सुधार देखे गए हैं।

1. वीर्य का देर से बाहर आना

2. कामलिप्सा में वृद्धि

3. पीनिस के इरेक्शन में अद्भुत सुधार

4. यह उत्साह वर्धक होती है

कई शोधकर्ताओं ने यह भी माना कि जो पुरुष कम मात्रा में शराब का सेवन कर रहे थे, उनमें शराब का सेवन न करने वाले पुरुषों की तुलना में स्तंभन दोष की समस्या कम देखी गई। एक रोचक तथ्य यह भी है, कि महिलाओं में यौनेच्छा बढ़ाने में वोडका कारगर एवं सफल साबित हुआ। महान लेखक एवं नाटककार, शेक्सपियर ने भी कहा है कि शराब मनुष्य में उत्साह बढ़ाती है, किंतु उसका प्रदर्शन घटा देती है। इन्हीं कारणों से शराब को "बाईफेज़िक" भी कहा जाता है। जानने लायक एक महत्वपूर्ण तथ्य यह भी है, कि शराब के प्रभाव से पीनिस में रक्तचाप अत्यधिक रूप से घट जाता है, जिसके परिणाम स्वरूप पीनिस में स्तंभन दोष उत्पन्न हो सकता है।

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