अपने पार्टनर के साथ रूमानी पल बिताते समय हर पुरुष अपना बेस्ट परफ़ॉर्मेंस देना चाहता हैं, लेकिन उम्र बढ़ने के साथ ज़्यादातर पुरुष सेक्स को लेकर अपनी चाहत में कमी महसूस करने लगते हैं। कभी-कभी वो सेक्स के लिए आगे तो बढ़ते हैं, लेकिन इरेक्शन की परेशानी उनके जोश को ठंडा कर देती है। लेकिन क्या आपने कभी अपने शरीर से मिलने वाले संकेतों पर गौर किया है? हो सकता है आपके शरीर में टेस्टोस्टेरोन की कमी हो और अगर आपने इन संकेतों पर ध्यान दिया होता, तो शायद आप इसे समझ जाते!


टेस्टोस्टेरोन आमतौर पर पुरुषों में पाया जाने वाला हॉर्मोन होता है जो कि शुक्राणु यानी स्पर्म बनाने के साथ-साथ पुरुषों में सेक्स ड्राइव को भी जगाता है। यह ह्यूमन ग्रोथ हॉर्मोन (HGH) के उत्पादन में भी मदद करता है, इसलिए अगर आपको लगता है कि टेस्टोस्टेरोन की कमी की वजह से सिर्फ़ आपकी सेक्स लाइफ़ पर असर होगा, तो आप गलती कर रहे हैं। चूँकि आपका शरीर आपको टेस्टोस्टेरोन की कमी के बारे में आगाह करता रहता है, इसलिए आज उन्हीं 8 संकेतों के बारे में जानते हैं।


1 सेक्स को लेकर दिलचस्पी में कमी आना: सेक्स करने का मन न होना टेस्टोस्टेरोन की कमी की तरफ़ इशारा करता है। इसकी वजह से आपकी मास्टरबेशन में भी दिलचस्पी नहीं रह जाती है और आपको सेक्स फैंटसी वाले ख़याल भी नहीं आते। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि सेक्शुअल डिज़ायर से जुड़ा दिमाग का हिस्सा टेस्टोस्टेरोन रिसेप्टर से जुड़ा होता है।


2 पेनिस छोटा होना: टेस्टोस्टेरोन की कमी की वजह से आपके पेनिस के टिशु, स्क्रोटम (अंडकोष) और टेस्टिकल सिकुड़ सकते हैं। इससे पेनिस की लंबाई कम हो सकती है। आपका टेस्टिकल यानी अंडकोष भी छोटा हो सकता है। हो सकता है कि आपका स्क्रोटम बहुत ज़्यादा नर्म हो जाए।


3 मूड स्विंग: इसकी कमी से मूड पर काफी असर पड़ता है और मिजाज़ पल-पल बदलता रहता है यानी पल में माशा, पल में तोला। इस समस्या से परेशान पुरुषों में डिप्रेशन होने की गुंजाइश ज़्यादा रहती है।


4 स्ट्रेस: ऐसा देखा गया है कि ज़्यादा स्ट्रेस यानी तनाव में रहने से सेहत पर तो बुरा असर पड़ता ही है, शरीर में कोर्टिसोल हॉर्मोन का लेवल बढ़ने लगता है और इससे टेस्टोस्टेरोन का स्तर भी कम हो जाता है।


5 मांसपेशियों का सिकुड़ना: टेस्टोस्टेरोन शरीर के विकास और ख़ासकर हड्डियों को मजबूत बनाने और मांसपेशियों (मसल्स) के निर्माण में अहम भूमिका निभाता है। इसलिए, इसके कम होने पर शरीर में मसल्स बनने की जगह मसल्स टिशु विभाजित होने लगते हैं, जिससे मसल्स सिकुड़ने लगते हैं।


6 वज़न बढ़ना: पुरुषों का वज़न बढ़ना भी टेस्टोस्टेरोन की कमी का संकेत हो सकता है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि टेस्टोस्टेरोन मेटाबोलिज़म में अहम रोल अदा करते हैं और वज़न को क़ाबू में रखते हैं।


7 याददाश्त कम होना: टेस्टोस्टेरोन की कमी को सीधे याददाश्त से जोड़कर देखा जाता है। उम्र बढ़ने के साथ टेस्टोस्टेरोन कम होता चला जाता है। स्टडी की माने तो टेस्टोस्टेरोन की कमी ,याददाश्त कम होने की अहम वजहों में से एक है। दरअसल टेस्टोस्टेरोन रिसेप्टर दिमाग के मेमोरी सेंटर में स्थित होते हैं और टेस्टोस्टेरोन हॉर्मोन की कमी से ,ब्रेन सेल सही से काम नहीं कर पाते हैं।


8 सोने में परेशानी: एक स्टडी में पाया गया है कि जो व्यक्ति सिर्फ़ चार या पांच घंटे सोते हैं उनमें भरपूर नींद लेने वालों की तुलना में टेस्टोस्टेरोन का स्तर कम होता है। टेस्टोस्टेरोन की कमी से ग्रस्त पुरुष रात भर जागते हैं, थकान और झुंझलाहट महसूस करते हैं।




टेस्टोस्टेरोन कम होने पर आपका शरीर देता है 8 संकेत