विटामिन डी एक फैट सॉल्युबल विटामिन है। अर्थात यह हमारे शरीर में मौजूद वसा में घुल कर रहता है। इसके कई कार्य होते हैं, जैसे हमारी हड्डियों को सुदृढ़ एवं मज़बूत बनाना, रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाना, किसी भी बाहरी आघात के चलते हुए घाव या सूजन को घटाना। कुछ शोधकर्ताओं का यह भी मानना है कि विटामिन डी के प्रयोग से डायबिटीज (मधुमेह) के उपचार में सहायता मिलती है एवं आपकी सेक्स लाइफ में भी सुधार आता है। शरीर में विटामिन डी की मात्रा जानने के लिए ब्लड टेस्ट कराया जाता है। 2010 में 2300 लोगों पर किए गए एक शोध के अनुसार लगभग 50 प्रतिशत लोगों में विटामिन डी की मात्रा जरूरत से कम, 30ng/dl पाई गई।


विटामिन डी की कमी

विटामिन डी की कमी से शरीर बेहद कमजोर हो जाता है, रोग प्रतिरोधक क्षमता कम हो जाती है, हड्डियां कमजोर हो जाती हैं एवं उनमें फ्रैक्चर होने की संभावना बढ़ जाती है। शरीर में विटामिन डी की कमी के कई लक्षण होते हैं, जैसे बार-बार बुखार आना, थकान महसूस करना, पीठ और कमर में दर्द, हड्डियों में दर्द, मांसपेशियों में दर्द, बालों का झड़ना एवं डिप्रेशन होना। चिकित्सकों के अनुसार विटामिन डी की कमी से पीड़ित कई ऐसे कई मरीज़ हैं, जो सुबह से काम करते हुए दोपहर में 3-4 बजे के बीच कमज़ोरी और थकान ज्यादा महसूस करने लगते हैं। विटामिन डी की कमी का कारण सनस्क्रीन का अधिक प्रयोग, सर्दी के दिनों में घर के अंदर रहना, पौष्टिक आहार का सेवन न करना आदि है। विटामिन डी की कमी से SAD अर्थात सीज़नल अफेक्टिव डिसऑर्डर भी हो सकता है। ये एक मानसिक रोग है, जो कई व्यक्तियों को शीत ऋतु में होता है।


स्रोत

अब सवाल यह उठता है कि जिनके शरीर में विटामिन की कमी है, वे उसे कैसे बढ़ाएं। विटामिन डी का मुख्य स्रोत है सूर्य की किरणें। इसके अलावा अधिक चर्बी वाली मछली, अंडे का पीला भाग, बीफ, लिवर, मशरूम आदि में भी विटामिन डी होता है। यदि आपके शरीर में भी विटामिन डी की मात्रा बहुत कम है, तो चिकित्सक से परामर्श लेकर इसके सप्लीमेंट का सेवन शुरू कर सकते हैं।


सेक्स और विटामिन डी

आपको जान कर आश्चर्य होगा, की विटामिन डी को सेक्स विटामिन माना जाता है। पुरुषों में विटामिन डी की कमी से टेस्टोस्टेरोन नामक हॉर्मोन की कमी आ जाती है। ये हार्मोन सेक्स के दौरान महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। महिलाओं में विटामिन डी की कमी से न सिर्फ एस्ट्रोजन की कमी आती है, बल्कि उनकी वजाइना कि दीवारें कमज़ोर एवं सूखी हो जाती हैं। ऐसे में सेक्स करना असहज हो सकता है।

सर्दियों में लोग अपने घरों से बाहर काम निकलते हैं, ऐसे में उन्हें सूर्य की किरणें कम प्राप्त होती हैं। विटामिन डी की कमी के कारण आप शारीरिक एवं मानसिक कमज़ोरी महसूस करते हैं। कुछ देर धूप में रहने से आपके शरीर को उचित मात्रा में विटामिन डी प्राप्त हो जाता है। विटामिन डी के सेवन से महिलाओं के शरीर में एस्ट्रोजन की मात्रा बढ़ जाती है, जिससे परिणामस्वरूप उनमे यौनेच्छा बढ़ती है।

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