आयुर्वेद के ग्रंथों में कौंच के अनेक लाभदायक गुणों का वर्णन है, रेगुलर डाइट में इसे शामिल करने से खास तौर पर इसके रसायन और वाजीकरण क्षमता का फायदा मिलता है। आजकल कौंच का प्रयोग हैल्थ सप्लीमेंट के रूप में प्रचुरता से हो रहा है। आइये जानते हैं कि डेली लाइफ में कौंच इस्तेमाल करने से क्या क्या हैल्थ बेनिफिट्स हो सकते हैं?

बढ़ती उम्र को थाम लें

कौंच बीज एक हाई क्वालिटी हर्बल रिजुविनेटर है। इसके सेवन से एजिंग के साथ बॉडी में आने वाले परिवर्तनों की गति धीमी हो जाती है। बॉडी में एनर्जी और स्टैमिना भरपूर रहता है।

  • अनिद्रा में सुधार  होता है
  • बॉडी फैट को कम करता है।
  • झुर्रियां कम हो जाती हैं।
  • त्वचा चमकदार और मुलायम होती है।
  • बोन डेनसिटी बढ़ती है, ओस्टीयोपोरोसिस होने की संभावना कम हो जाती है।
  • मूड अच्छा रहता है, लीविडो और सेक्सुअल परफॉर्मेंस में भी सुधार आता है।
  • कोलेस्ट्रॉल लेवल नियंत्रित रहता है, शरीर के अंगों की रिजनरेसन क्षमता बढ़ जाती है।
Josh for Men (30 Capsules)
With Misters.in Josh, get the power of 17 potent ayurvedic herbs including shilajit & ashwagandha that help you regain vitality and strength.

Buy now and get Rs. 150/- off

Buy Now

एन्टी ऑक्सीडेंट

फाइटोथेरेपी रिसर्च के 2002 के अंक में पब्लिश एक स्टडी रिपोर्ट के अनुसार कौंच एक्सट्रेस्ट के सेवन से फ्री रेडिकल्स, सुपर ऑक्साइड, और हाईड्रॉक्सी रेडिकल्स में कमी आती है और शरीर के महत्वपूर्ण अंगों, ब्लड वेसल्स के क्षय होने की दर भी कम हो जाती है।

कौंच बीज के सेवन से टेस्टोस्टेरॉन का स्तर बढ़ता है जिससे पुरुषों में दाढ़ी मूछ की ग्रोथ भी इनक्रीस होती है।

एन्टी ट्यूमर

कौंच बीज एक्सट्रेक्ट के रेगुलर सेवन से बॉडी में ट्यूमर होने की सम्भावना काफी कम हो जाती है, एवं यदि पहले से ट्यूमर हो तो इसकी ग्रोथ रुक जाती है और इसके आकार में कमी आने लगती है, और यह ठीक होने लगती है।

इम्युनिटी बूस्टर

कौंच बीज में पाए जाने वाला ग्लाइकोप्रोटीन इम्यून सिस्टम को बूस्ट करता है, और एन्टी बॉडी के प्रोडक्शन को बढ़ाता है। साथ ही इसके नियमित सेवन से कुछ खास तरह के विषों(स्नेक बाईट) का शरीर पर कम प्रभाव पड़ता है। इसके कुछ बीज पानी के साथ ले ले लेने से वर्ष भर तक सर्प विष के प्रभाव से सुरक्षा मिल सकती है|  इसके पत्तियों में पाए जाने वाले फीनोल और टैनिन्स एन्टी माइक्रोबियल प्रभाव होता है, जिससे यह अनेक तरह के इंफेक्शन से लड़ने में भी मददगार होते हैं।

Immunity Booster for Men
Misters.in Immunity Booster for men is designed by ayurvedic experts to give a boost to your immune system and to help you stay strong and healthy.

Buy now and get Rs. 150/- off

Buy Now

स्ट्रैस दूर करे

आजकल की लाइफ स्टाइल में आप चाहे किसी भी आयु वर्ग के हों आपके जीवन में एंग्जायटी किसी न किसी रूप में जगह बनाये हुए है। एंग्जायटी के कारण बॉडी और माइंड दोनो पर हानिकारक प्रभाव पड़ता है। कौंच बीज के उपयोग से तनाव और डिप्रेशन से लड़ने में मदद मिलती है। रिसर्च से सामने आया है, जो लोग सायकोलॉजिकल स्ट्रैस के कारण नपुंसकता के शिकार हो जाते हैं उनमें केवांच के प्रयोग से अच्छा लाभ होता है।

Find out more about your sexual health with this scientifically designed quiz. Only you will know the result of the quiz.
Take the sex quiz

Happy man

मूड इंहेन्सर

केवांच के अंदर पाया जाने वाला लीवो-डोपा नामक तत्व मनुष्य के ब्रेन में पहुंच कर डोपामाइन नामक न्यूरो ट्रांसमीटर के लेवल को बढ़ा देता है। डोपामाइन का सीधा सम्बन्ध गुड मूड से होता है। इसकी अच्छी मात्रा से इंसान खुशी और प्रसन्नता महसूस करता है। इसके अलावा डोपामाइन से एकाग्रता, सजगता, और सकारात्मक सोच में भी बढ़ोतरी होती है।

डाइबिटीज

कुछ रिसर्च से यह पता चला है कि कौंच बीज का नियमित सेवन करने से ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल होता है और डायबिटीज में लाभ मिलता है।

साथ ही यह भी सामने आया है, इसके प्रभाव से पैंक्रियास की आइसलेट ऑफ लैंगरहैन्स की बीटा सेल्स हैल्थी बनती हैं, औऱ इंसुलिन के उत्पादन एवं क्रियाशीलता में भी सुधार होता है।

हार्ट हैल्थ

कौंच बीज में एन्टी हाइपर लिपिडिमिक एक्टिविटी होती है। जिस कारण यह ब्लड में बढ़े हुए कोलेस्ट्रॉल और लिपिड को नॉर्मल कर देता है। इस तरह यह हाई ब्लड प्रेशर और हार्ट डिजीज होने की सम्भावना को कम कर देता है।

फैट लॉस

कौंच बीज का नियमित प्रयोग करने से बॉडी में डिपॉजिट होने वाला एक्सट्रा फैट कम होने लगता है। जिससे बॉडी एक्टिव और हैल्थी रहती है।

इस सम्बंध में हुयी एक स्टडी के अनुसार कौंच बीज एक्सट्रेक्ट का 4 हफ्तों तक प्रयोग करने से अधिक खाने की इच्छा में कमी आती है साथ ही कम भोजन लेने पर भी शरीर मे भरपूर ऊर्जा और उत्साह बना रहता है।

Standing on weighing scale

Medically reviewed by Rishabh Verma, RP