हाल ही में हार्वर्ड यूनिवर्सिटी द्वारा किये गए एक सर्वेक्षण में ऐसा निष्कर्ष निकला, जिसे जान कर आप आश्चर्य में पढ़ जाएंगे।
सर्वेक्षण के मुताबिक मछली का सेवन करने वाले व्यक्ति, मछली का सेवन न करने वाले व्यक्तियों की तुलना में ज़्यादा संभोग करते हैं। बाकी लोगों की तुलना में ये गर्भ धारण भी जल्दी करते हैं। हालांकि विज्ञान अभी तक इस निष्कर्ष के पीछे छिपे कारण को नहीं समझ पाया है। यह समझ पाना वाकई मुश्किल है कि महज़ सूशी (मछली से बना एक व्यंजन) का सेवन कर लेने से आपके संभोग करने की संभावना कैसे बढ़ जाती है। कुछ लोगों का यह भी मानना है कि मछली में मौजूद ओमेगा थ्री से पुरुष एवं महिला दोनों की प्रजनन शक्ति बढ़ जाती है, इसलिए मछली का सेवन करने वाले लोगो में गर्भ धारण आसानी से हो जाता है।
जर्नल ऑफ क्लीनिकल इंडोक्रिनोलॉजी एंड मेटाबोलिज्म में छपे एक शोध के अंतर्गत करीब 500 दंपत्तियों के खान पान पर ध्यान दिया गया। यह 500 ऐसे दंपत्ति थे जो गर्भ धारण करने का प्रयास कर रहे थे और जिन्होंने लोंगीट्यूडीनल इन्वेस्टिगेशन ऑफ फर्टिलिटी एवं एनवायर्नमेंटल स्टडी (2005-2009)के तहत अपने आपको पंजीकृत करवाया था। एक वर्ष तक इन दंपत्तियों के संभोग करने की सम्भावनाएँ देखी गई एवं इस बात पर भी ध्यान दिया गया कि उन्होंने एक वर्ष में कितनी बार सी फ़ूड (समुद्री जीवों) का सेवन किया। घर पर किये गए प्रेगनेंसी टेस्ट से ही उनके गर्भ धारण को निश्चित किया गया। इस शोध के पश्चात यह निष्कर्ष निकाला गया कि जिन दंपत्तियों ने एक फर्टिलिटी साईकल के दौरान आठ या उससे ज़्यादा बार सी फ़ूड का सेवन किया, उनकी एक वर्ष में गर्भ धारण करने की संभावना बढ़ गई।
बानवे प्रतिशत दंपत्ति जिन्होंने सप्ताह में दो या दो से अधिक बार फिश या शैल फिश का सेवन किया वे एक वर्ष में गर्भ धारण करने में सफल हो गए। जिन दंपत्तियों ने सबसे अधिक मात्रा में सी फ़ूड का सेवन किया था, उन्होंने गर्भ धारण भी सबसे पहले किया।
हालांकि इस शोध से मछली खाने एवं प्रजनन शक्ति के बीच का संबंध स्थापित नहीं हो पाया, किन्तु इसके पूर्व में किये गए शोधों से यह निष्कर्ष प्राप्त हुआ कि मछली का सेवन करने से स्वास्थ्य की वृद्धि होती है।
'दी अटलांटिक' के अनुसार मछली का सेवन करने से मनुष्य दीर्घायु होते हैं एवं उनमें हृदय रोग का खतरा भी कम हो जाता है।
एक अन्य शोध में भी यह पाया गया कि मछली का सेवन करने वाले व्यक्तियों की संभोग संभावना अन्य व्यक्तियों के मुकाबले अधिक होती है। इसके पीछे का कारण समझाते हुए एक शोधकर्ता ने कहा कि जो दम्पत्ति साथ में सी फ़ूड का सेवन करते हैं, वे स्वभावतः अधिक समय साथ में व्यतीत करते हैं। इसके परिणामस्वरूप उनमे संभोग करने की संभावना बढ़ जाती है। हालांकि कई पुरातन वेदों में भी ऐसा माना गया है कि मांस एवं मदिरा का सेवन करने से मनुष्य की काम भावना में वृद्धि होती है।
कई विशेषज्ञ मानते हैं कि मांस के सेवन से टेस्टोस्टेरोन का स्त्राव बढ़ जाता है जिससे काम भावना उजागर होती है।