ज़्यादातर अमेरिकियों के अनुसार सेक्स अर्थात इंटरकोर्स पुरुष के लिंग का बार बार स्त्री की यौनि में प्रवेश करना हो सकता है।  किंतु कई बार बुज़ुर्गों के लिए यह एक तनाव एवं निराशाजनक विषय बन कर रह जाता है। स्तंभन दोष के उपचार संबंधित दवाइयों का सेवन करने पर भी उम्रदराज़ पुरुषों को इरेक्शन प्राप्त करने में समस्या होती है, एवं ल्युब्रिकेंट का इस्तेमाल करने पर भी उम्रदराज़ महिलाओं को पीड़ा की अनुभूति हो सकती है। ऐसे में प्रश्न यह उठता है कि एक दम्पत्ति अपने वैवाहिक जीवन को सुखी रखने हेतु क्या करे?


सौभाग्य से एक अन्य विकल्प है, जिसे हम बिना इंटरकोर्स के सेक्स की तरह समझ सकते हैं। ऐसा करने के लिए दम्पत्ति के बीच कुछ व्यवहारिक सामंजस्य की आवश्यकता होती है, एवं इसकी मदद से वे अपने संभोग को रूमानी बनाए रख सकते हैं एवं अपने वैवाहिक जीवन में नई जान डाल सकते हैं।


बिना इंटरकोर्स के सेक्स से भी दंपत्ति एक दूसरे को सम्मोहित एवं उत्तेजित कर सकते हैं। इससे उनके बीच का प्रेम बना रहेगा एवं रिश्तों में बोरियत नहीं होगी। इसके तहत वे ओरल सेक्स, मसाज एवं सेक्स टॉयज़ का प्रयोग भी कर सकते हैं, जैसे महिलाओं के लिए डिलडो एवं वाइब्रेटर और पुरुषों के लिए पीनिस स्लीव्स। इस प्रकार के सेक्स से दम्पत्ति एक दूसरे को परस्पर रूप से तृप्त कर सकते हैं। सेक्स के तहत नई नई गतिविधियों को करने से आप चरम सुख की एक नई सीमा से अवगत हो सकते हैं।


बढ़ती उम्र के साथ महिलाओं को जिन मुख्य समस्याओं का सामना करना पड़ता है वे हैं यौनेच्छा में कमी, स्त्री की यौनि में सूखापन, आदि। अच्छे ल्युब्रिकेंट के प्रयोग से यौनि का सूखापन मिटाया जा सकता है एवं यदि मेनोपॉज के पश्चात यौनेच्छा में कमी भी देखी जाए तो सही उपचार से इस समस्या से भी निज़ात पाया जा सकता है। 50 वर्ष की आयु के उपरांत पुरुषों के लिए मात्र कल्पना के द्वारा उत्तेजित होना एवं इरेक्शन प्राप्त करना मुश्किल हो जाता है, उन्हें शारीरिक उत्तेजना की आवश्यकता भी होती है।


बढ़ती उम्र के साथ पुरुषों को स्तंभन दोष की समस्या भी हो सकती है जिसके तहत उन्हें सेक्स करने के लिए पर्याप्त इरेक्शन प्राप्त करने में समस्या होती है। कई बार ऐसा भी देखा जा चुका है कि इरेक्शन पर्याप्त रूप से कड़क नहीं था।बिना इंटरकोर्स के सेक्स करने की प्रक्रिया के तहत पुरुषों को उत्तेजित करने के लिए पुरुष के लिंग पर हाथों से मसाज करने से उन्हें इंटरकोर्स की अनुभूति कराई जा सकती है। कई पुरुषों ने यह अनुभव किया है कि वे हस्तमैथुन के समय  अपने साथी के द्वारा लुभाये जाने के मुकाबले ज़्यादा उत्तेजित होते हैं। ओरल सेक्स के द्वारा भी पुरुषों को चरम सुख दिया जा सकता है। लिंग में पर्याप्त इरेक्शन न होने पर भी ओरल सेक्स के द्वारा पुरुषों को उत्तेजित किया जा सकता है।

यह एक मिथ्या है कि पुरुषों को पर्याप्त इरेक्शन मिलने पर ही चरम सुख की प्राप्ति होती है। पर्याप्त इरेक्शन न होने पर भी उत्तेजित होने पर पुरुषों को इरेक्शन प्राप्त हो सकता है।


बिना इंटरकोर्स के हो सकता है सेक्स, जानिए कैसे!