जब पुरुष अपनी पार्टनर, जो एक फर्टाइल महिला है, को प्रेग्नेंट ना कर पाए तो माना जाता है कि उनमें फर्टिलिटी से जुड़ी समस्या है। ये सीमेन की मात्रा सही ना होने पर होता है। कारण कुछ भी हों, इस समस्या का इलाज संभव है, पर फिर भी आपको कुछ चीजों की जानकारी होनी चाहिए:


किसी भी तरह के सेक्सुअल डिसफंक्शन का ध्यान रखें

हमेशा ध्यान रखें कि सेक्सुअल डिसफंक्शन और इनफर्टिलिटी दो अलग चीज हैं। जो आदमी सेक्सुअल डिसफंक्शन से परेशान है वो इरेक्टाइल डिसफंक्शन, प्री मैच्योर एजकुलेशन और इसी तरह की समस्याओं का सामना करते हैं।जबकि वो पुरुष जिनमें इनफर्टिलिटी की समस्या हो वो अपनी महिला पार्टनर को प्रेग्नेंट नहीं कर पाते हैं।


हालांकि सेक्सुअल डिसफंक्शन जैसे कि इरेक्टाइल डिसफंक्शन भी इनफर्टिलिटी का एक बड़ा कारण हो सकते हैं। कोई भी बीमारी, मधुमेह, रीढ़ की हड्डी की चोट, प्रोस्टेट ग्लैंड की सर्जरी, या सेक्सुअल एक्टिविटी में बदलाव करने वाली दवाएं भी इरेक्टाइल डिसफंक्शन के कुछ सामान्य कारण हैं। इरेक्टाइल डिसफंक्शन मनोवैज्ञानिक मुद्दों से भी संबंधित हो सकता है जैसे कि तनाव, रिलेशनशिप इशू, फाइनेंसियल समस्या, चिंता, स्ट्रेस या सेक्स से बोरियत। उन्हें साइकोलॉजिकल इरेक्टाइल डिसफंक्शन कहा जाता है।


एक बार जब आप या आपके डॉक्टर ने सेक्सुअल समस्या के पीछे के कारण का पता लगा लिया है, तो आपको इसके इलाज के लिए ऑरल दवाओं, हार्मोनल रिप्लेसमेंट, मनोवैज्ञानिक उपचार, परामर्श इत्यादि जैसे उपचार पर रखा जा सकता है।


रेगुलर सीमेन एनालिसिस

एक्सपर्ट का कहना है कि एक स्वस्थ और फर्टाइल आदमी के लिए 40-300 मिलियन स्पर्म प्रति मिलीलीटर स्पर्म की एवरेज गणना होनी चाहिए। इनफर्टिलिटी के मुद्दों के पीछे का कारण जानने के लिए स्पर्म की क्वालिटी महत्वपूर्ण है। स्पर्म की क्वालिटी खराब होना या सीमेन की अपर्याप्त गुणवत्ता प्राथमिक बांझपन का कारण है जो लगभग 20% कपल्स फेस करते हैं। हालांकि आपका डॉक्टर शुरूआती जांच के लिए सीमेन के विश्लेषण की सिफारिश करेगा। इस जांच में एजकुलेशन की विशेषताएं शामिल हैं जैसे कि वॉल्यूम, पीएच, फ्रुक्टोज का लेवल और लिक्विड को लेने का समय और वाइट ब्लड सेल्स का कंसंट्रेशन।याद रखें, समस्या के मूल कारण को समझने के लिए आपके सीमेन की जांच करना महत्वपूर्ण है।


अपनी लाइफस्टाइल को अच्छा रखें

किसी भी तरह की ट्रीटमेंट को शुरू करने से पहले आपको ध्यान में रखना चाहिए कि आप हर बुरी आदत को अपनी लाइफस्टाइल से निकाल दें। स्मोकिंग, तंबाकू खाना, शराब आदि पीना बंद कर दें। क्योंकि ये सब चीजें भी आपकी हेल्थ पर नुकसान डालती हैं और परेशानी का कारण हो सकती है। साथ ही अगर आप बहुत स्ट्रेस सी भरी लाइफ जी रहे हैं तो आपको उसे भी बदलने की ज़रूरत है। स्ट्रेस भी नशे की ही तरह शरीर पर बुरा असर डालता है। इसलिए अगर आप इस समस्या से जल्द सी जल्द छुटकारा पाना चाहते हैं तो ये सब चीज आज से ही छोड़ दें।


हर तरह के ट्रीटमेंट और तरीकों को अच्छे से जान लें

मेडिकल साइंस ने आज कल बहुत तरक्की कर ली है। हर तरह के हेल्थ इशू को ट्रीट करने के लिए कई तरीके आ चुके हैं। इसीलिए अपनी समस्या से जुड़े ट्रीटमेंट के तरीके भी आपको जानने की ज़रूरत है। हर तरह के प्लान को समझने के बाद ही आपको किसी एक प्लान को चुनना चाहिए ताकि आप अच्छे से उसे फॉलो कर सकें।


अपने पार्टनर को सपोर्ट करें

ये कंडीशन कभी कभी शर्मनाक होती है और आपको मेंटली परेशान कर सकती है। पर हमेशा ध्यान रखें कि आपका पार्टनर जो बच्चा चाहता है वो भी परेशान है। हॉर्मोन आपके फिजिकल और मेंटल हेल्थ पर असर डाल सकते हैं। इसलिए ज़रूरी है कि आप और आपका पार्टनर एक दूसरे का सहारा बने और एक दूसरे को सपोर्ट करें।