पेल्विक एरिया को हिंदी में पेड़ू कहते हैं। ये नेवल (नाभि) और ग्रोइन (लिंग के ऊपर का हिस्सा) के बीच में होता है। इसी हिस्से में दर्द को पेल्विक दर्द कहते हैं। आमतौर पर पेल्विक दर्द का कारण यूरिनरी ट्रैक्ट इन्फेक्शन, सेक्सुअली ट्रांसमिटेड इन्फेक्शन या प्रोस्टेटाइटिस (प्रोस्टेट की सूजन) होते हैं। नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ डायबिटीज एंड डाइजेस्टिव एंड किडनी डिजीज (NIDDK) का अनुमान है कि क्रॉनिक पेल्विक पेन सिंड्रोम अमेरिका की पुरुष आबादी के 10-15 प्रतिशत को प्रभावित करता है। यहां हम जानेगें कि पुरुषों में होने वाले पेल्विक दर्द के क्या कारण हो सकते हैं और लक्षणों के आधार पर इन्हें कैसे पहचाना जा सकता है।


प्रोस्टेटाइटिस

पेल्विक में दर्द का सबसे आम कारण प्रोस्टेटाइटिस ही है। पुरुष के रिप्रोडक्टिव सिस्टम में एक छोटा सा ग्लैंड होता है, जिसे प्रोस्टेट कहते हैं। ये एक लिक्विड पदार्थ पैदा करता है जो स्पर्म में मिलता है। प्रोस्टेट की सूजन को ही प्रोस्टेटाइटिस कहते हैं।


प्रोस्टेटाइटिस के प्रकार


एक्यूट बैक्टीरियल प्रोस्टेटाइटिस

यह स्थिति प्रोस्टेट में बैक्टीरियल इन्फेक्शन से उत्पन्न होती है। बैक्टीरिया यूरिनरी ट्रैक्ट से होते हुए ग्लैंड तक पहुंच सकते हैं और जैसे ही बैक्टीरिया फैलते हैं, वे पेल्विक, कमर, या पीठ के निचले हिस्से में दर्द पैदा कर सकते हैं। एक्यूट बैक्टीरियल प्रोस्टेटाइटिस भी पेनिस या टेस्टिकल में परेशानी पैदा कर सकता है। दर्द सहित कुछ अन्य लक्षण इस प्रकार हैं:

• पेशाब के दौरान जलन

• बुखार

• ठंड लगना

• मतली और उल्टी

• पेशाब करने में कठिनाई

• लगातार पेशाब आना

• पेशाब रुक-रुक कर आना

• पेशाब करने के लिए रात में कई बार जागना

• दर्दनाक इजैकुलेशन

प्रोस्टेट में बैक्टीरियल इन्फेक्शन गंभीर हो सकता है और इन लक्षणों वाले किसी व्यक्ति को जल्द से जल्द डॉक्टर के पास जाना चाहिए। यूरोलोजिस्ट एक्सपर्ट एंटीबायोटिक दवाओं के साथ इस बैक्टीरियल इन्फेक्शन का इलाज कर सकते हैं।


क्रॉनिक बैक्टीरियल प्रोस्टेटाइटिस

क्रॉनिक बैक्टीरियल प्रोस्टेटाइटिस जल्दी-जल्दी होने वाला इन्फेक्शन है। इसके लक्षण एक्यूट बैक्टीरियल प्रोस्टेटाइटिस के समान हैं। हालांकि ये कम गंभीर हो सकते हैं। इसका इलाज लंबे समय तक चलता है और आमतौर पर यूरोलॉजिस्ट एंटीबायोटिक दवाओं के साथ कुछ और दवा मिला कर इलाज करते हैं। यदि मरीज को पेशाब करने में कठिनाई होती है, तो यूरोलॉजिस्ट अल्फा-ब्लॉकर्स दवाओं को यूरेथरा और आस-पास की मांसपेशियों को रिलैक्स करने के लिए मरीज को दे सकते हैं, ताकि वह यूरिन पास कर सके। कुछ मामलों में डॉक्टर सर्जरी की सलाह भी दे सकते हैं।


नॉनबैक्टीरियल प्रोस्टेटाइटिस

प्रोस्टेट में सूजन अगर लंबे समय तक रहती है, तो  इसका कारण नॉन-बैक्टीरियल प्रोस्टेटाइटिस हो सकता है। डॉक्टर्स इस स्थिति के सटीक कारण के बारे में अनिश्चित हैं। यह समझना महत्वपूर्ण है कि सूजन का बैक्टीरियल इन्फेक्शन से कोई लेना-देना नहीं है, इसलिए इसमें एंटीबैक्टीरियल दवाएं काम नहीं आती हैं। लेकिन डॉक्टर्स आपको लक्षणों के आधार पर दूसरी दवाएं दे सकते हैं।


असिमप्टोमैटिक इंफ्लेमेट्री प्रोस्टेटाइटिस

इस तरह के प्रोस्टेटाइटिस में वस्तुतः सूजन के अलावा कोई लक्षण नहीं दिखता है। ब्लड टेस्ट में व्हाइट ब्लड सेल्स का काउंट देखकर इसका पता लगाया जा सकता है। कई बार यही लक्षण प्रोस्टेट कैंसर के हो सकते हैं।


पेल्विक में दर्द के अन्य कारण

यौन संचारित संक्रमण (STI)

गोनोरिया और क्लैमीडिया जैसे कुछ एसटीआई भी पेल्विक दर्द का कारण बनते हैं। इसके कारण पेल्विक में दर्द, मूत्रमार्ग में सूजन, लिंग से डिस्चार्ज होना आदि लक्षण दिख सकते हैं। क्लैमीडिया मलाशय या गुदा को भी संक्रमित कर सकता है, संभवतः वहां भी दर्द हो सकता है।


यूरिनरी ट्रैक्ट इन्फेक्शन (UTI)

यूटीआई के साथ पुरुषों को पेशाब करते समय जलन की समस्या हो सकती है।

यूटीआई  का कारण आमतौर पर मूत्रमार्ग, मूत्राशय, मूत्रवाहिनी और गुर्दे आदि का संक्रमण हो सकता है। यूटीआई का सबसे सामान्य लक्षण पेट के निचले हिस्से या श्रोणि में दर्द है।

अन्य लक्षणों में शामिल हैं:

• पेशाब करते समय जलन होना

• बार-बार पेशाब जाना

• यूरिन का रंग अलग या बदबू आना

• बुखार या ठंड लगना

• अन्य क्षेत्रों में दर्द, जैसे पीठ के निचले हिस्से में

यूटीआई का इलाज भी एंटीबायोटिक दवाओं के कोर्स द्वारा किया जा सकता है।


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