आज हमारे समाज में पुरुषों में बढ़ती निःसंतान्ता का एक मुख्य कारण है, उनके शुक्राणुओं की घटती संख्या। वैसे तो निःसन्तानता के कई कारण हो सकते हैं जैसे स्तम्भन दोष, शीघ्र पतन आदि। हालांकि कारण कुछ भी हो, निःसंतान्ता पुरुषों को न सिर्फ शारीरिक तौर पर, किन्तु मानसिक तौर पर भी आहत करती है। यह कुछ समस्याएं हैं, जिनके विषय में चर्चा करने में पुरुष अपने चिकित्सक से भी कतराते हैं।


इस विषय से जुड़ी लोगो की हीन मानसिकता ही इसके इलाज में मुख्य बाधा बनती है। वर्ल्ड हेल्थ आर्गेनाईजेशन (डब्ल्यू एच ओ) के अनुसार हर एक मिलीलीटर वीर्य में 15 करोड़ शुक्राणुओं का होना, स्वस्थ शुक्र या वीर्य का लक्षण माना जाता है। यदि किसी पुरुष के वीर्य में शुक्राणुओं की संख्या इससे कम हो, तो उसे विकृत या अस्वस्थ माना जाता है, जो निःसंतान्ता उत्पन्न कर सकता है। हालांकि हर प्रकार की निःसंतान्ता  साध्य नहीं होती एवं कई बार इसका उपचार असंभव हो जाता है। किंतु अपने रोज़मर्रा के जीवन में स्वास्थ्य वर्धक आहार विहार के सेवन से हालात सुधारे जा सकते हैं। बिना दवाओं के सेवन के, कुछ आहार तत्वों के सेवन से आप रोग मुक्त शरीर प्राप्त कर सकते हैं।


इस लेख में कुछ ऐसे खाद्य पदार्थों का उल्लेख है, जिनके सेवन से शुक्राणुओं की संख्या बढ़ाकर निःसंतान्ता का उपचार किया जा सकता है।


1. लहसून: पुराने समय से ही लहसून को वीर्य वर्धक खाद्य पदार्थों की श्रेणी में गिना गया है। इसमें कई लाभकारी तत्व मौजूद होते हैं, जैसे विटामिन बी 6 एवं सेलेनियम आदि। यह दोनों ही स्वस्थ शुक्र के निर्माण के लिए ज़िम्मेदार माने जाते हैं। लहसून रक्त को शुध्द बनाता है एवं रक्त वाहिनियों के अवरोध हटाता है, जिससे पुरुषों के अण्डकोषों में रक्त का प्रवाह बढ़ता है, एवं वे शुद्ध एवं स्वस्थ शुक्राणुओं का निर्माण होता है। हमारे देश के कई भागों में यह भी मान्यता है, की यदि कोई पुरुष रोज़ाना प्याज़ का सेवन करे तो उसके शरीर में शुक्राणुओं की संख्या कभी कम नहीं होगी एवं उचित मात्रा में बनी रहेगी ।


2. केला : केले में कई प्रकार स्वास्थ्य वर्धक विटामिन उपस्थित होते हैं, जो पुरुषों के शरीर में स्वस्थ शुक्राणु बनाते हैं एवं उनकी संख्या में वृद्धि के लिए ज़िम्मेदार होते हैं। इसमें कई प्रकार के एन्टी इंफ्लामेटरी तत्व भी पाए जाते हैं, जो शुक्राणुओं की संख्या बढ़ाते हैं।


3. अंडा : शुक्राणुओं की संख्या में वृद्धि हेतु, अंडे में कई लाभकारी तत्व पाए जाते हैं जो उनकी गतिशीलता को भी बढ़ाते हैं। अंडे में विटामिन ई अधिक मात्रा में मौजूद होता है। अंडों के सेवन से शुक्राणु शरीर में मौजूद फ्री रेडिकल की चपेट में आने से बच जाते हैं एवं उनकी संख्या घटती नहीं है।


4. डार्क चॉकलेट: डार्क चॉकलेट को  अधिकतर काम भावना से जोड़ कर देखा जाता है। देखा गया है, की कई बार हनीमून पर नव विवाहित दंपत्ती का स्वागत भी स्ट्रोबेरी एवं चॉकलेट के साथ किया जाता है।


5. ब्रोकली:  ब्रोकली में अधिक मात्रा में फोलिक एसिड या विटामिन बी 9 पाया जाता है। यह विटामिन महिलाओं की गर्भधारण क्रिया में सहायक होता है एवं वर्तमान में इसे पुरुषों की निःसंतान्ता के उपचार के रूप में उपयोग किया जा रहा है।