सेक्स करते हुए अचानक से कार्डिक अरेस्ट आने पर मारने की संभावना 1% से भी कम है। अचानक से कार्डिक अरेस्ट आना लगभग हार्ट अटैक जैसा ही है, पर फिर भी इन्हें अलग माना जाता है क्योंकि इनके पीछे फिजियोलॉजी अलग है। हार्ट अटैक तब आता है जब दिल तक ऑक्सीजन की सप्लाई होनी बंद हो जाती है। जबकि कार्डिक अरेस्ट में दिल खुद ही धड़कना और ब्लड पंप करना बंद कर देता है। अचानक से आये कार्डिक अरेस्ट से अमेरिका में हर साल लगभग 350,000 लोग मरते हैं। हाल ही में की गई रिसर्च में सेक्स को हार्ट अटैक से जोड़ा गया है, और रिसर्च में सेक्स से होने वाले कार्डिक अरेस्ट के बारे में पता करने की कोशिश की जा रही है।


2002 और 2015 के बीच ओरेगन सडन अनएक्सपेक्टेड डेथ स्टडी (ओरेगन एसयूडीएस) डेटाबेस में SCA के उदाहरणों को देखकर, शोधकर्ताओं ने पाया कि सेक्सुअल एक्टिविटी के एक घंटे के अंदर सडन डेथ सिर्फ 0.7% तक दर्ज़ की गयी है। रिसर्च की डिटेल देने वाला एक पेपर जर्नल ऑफ द अमेरिकन कॉलेज ऑफ कार्डियोलॉजी में पब्लिश किया गया था और अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन के वैज्ञानिक सत्र 2017 में पेश किया गया था।

लॉस एंजिल्स में सीडर-सिनाई हार्ट इंस्टीट्यूट के साथ सडन कार्डिएक अरेस्ट के एक्सपर्ट सीनियर लेखक सुमीत चुग ने कहा, "लोग अपने डॉक्टरों से पूछते हैं कि क्या सेक्स से उनकी मौत का खतरा बढ़ जाता है, और इसका जवाब हमारे पास कभी नहीं होता है।"

एनबीसी के अनुसार, "पिछले कुछ वर्षों में हमारे पास फिजिकल एक्टिविटी पर बहुत ज्यादा डेटा है और ये भी जानकारी है कि ये सडन कार्डिएक अरेस्ट से कैसे जुड़ा है, पर सेक्सुअल एक्टिविटी से इसके होने का जोखिम बहुत कम है।"


बहुत सी अनजान चीजें जो डेटा में फेरबदल कर सकती हैं ( जैसे ड्रग का इस्तेमाल, सेक्स कितने बार किया गया ) मौजूद हैं। पर फिर भी सेक्स से होने वाले कार्डिक अरेस्ट की आशंका ज्यादा नहीं है। सेक्स से होने वाले कार्डिक अरेस्ट के मामले सिर्फ उन अधेड़ उम्र के अफ्रीकन-अमेरिकन आदमियों में ही मिले हैं जिनको पहले से दिल की कोई बीमारी थी या जो पहले से दिल की बीमारी से सम्बंधित दवाई ले रहे थे।


परेशान होने से बेहतर है कि आपके आस पास के लोग सीपीआर करना जानते हों। बहुत से मामलों में केवल एक-तिहाई पार्टनर ने सेक्सुअल एक्टिविटी के दौरान हुए कार्डिक अरेस्ट में CPR का प्रयास किया था। सभी मामलों में बचने की दर 20 प्रतिशत से कम थी, जिसका सबसे बड़ा कारण सीपीआर ना दिया जाना है।


चुग ने एक प्रेस रिलीज़ में कहा कि ये सब चीजें इस बात की और इशारा करती हैं कि लोगों को हर हालात में सीपीआर की जानकारी होना बहुत ज़रूरी है।