बच्चे आपके जीवन में ढेर सारी खुशियां लाते हैं, मगर इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता है कि बच्चों के जन्म के बाद पति-पत्नी का रिश्ता प्रभावित होता है, खासकर रोमांस और सेक्स के लिए तो टाइम ही नहीं मिलता है। बच्चों की देखभाल, उनकी फरमाइशें, होमवर्क, घर की साफ-सफाई आदि इतने काम होते हैं कि पत्नी थक जाती है और रात में बिस्तर पर लेटते ही उसे नींद आने लगती है। अगर आप दोनों ही वर्किंग हैं, तब तो रोमांस के लिए टाइम निकालना और मुश्किल हो जाता है। इसके साथ ही देखा गया है कि बच्चे के जन्म के बाद कुछ महिलाओं-पुरुषों की सेक्शुअल इच्छा में कमी आने लगती है।

दरअसल बच्चों के जन्म के बाद पत्नियों को अपने लिए या आपके लिए टाइम निकालना मुश्किल हो जाता है। फिर बच्चे जैसे-जैसे बड़े होने लगते हैं, आपकी प्राइवेसी भी खत्म होती जाती है। यही कारण है कि दिनभर काम और जिम्मेदारियों के बोझ के कारण सेक्स के प्रति आकर्षण धीरे-धीरे कम होने लगता है। मगर यदि आप कुछ बातों का ध्यान रखें, तो बच्चे होने के बाद भी आप दोनों अपनी सेक्स की इच्छा और उत्तेजना को बरकरार रख सकते हैं।

रोमांटिक बातें करना न छोड़ें

कई पति-पत्नी बच्चों के जन्म के बाद या थोड़े बड़े होने के बाद रोमांटिक बातें करते हुए संकोच करने लगते हैं। रोमांस को जगाए रखने का एक मात्र तरीका यही है कि आप भले सेक्स न करें, मगर रोमांटिक बातें करना न छोड़ें। आप ऑफिस से अपनी पत्नी को कोई नॉटी सा जोक भेज सकते हैं या कभी कोई स्पेशल लांजरी, नाइटी आदि लाकर गिफ्ट कर सकते हैं। इससे आप दोनों इमोशनल रूप से कनेक्ट रहेंगे, भले ही आपके बीच सेक्स कम हो।

अपना शेड्यूल सेट करें

बच्चे के लिए जन्म के बाद के कुछ महीने महत्वपूर्ण होते हैं। इसलिए ऐसे समय में आपको अपनी बीवी को इस बात का एहसास दिलाना चाहिए कि आप उनके साथ हैं। इसके लिए आप उनसे बात कर सकते हैं और घर के जरूरी कामों में यथासंभव मदद कर सकते हैं। अगर आप दोनों के पास ही टाइम नहीं है, तो आप अपने शेड्यूल में थोड़ा बहुत बदलाव करें। शाम को टीवी या नेटफ्लिक्स देखने के बजाय आप बीवी के कामों में हाथ बंटा सकते हैं, जिससे उनका काम थोड़ा जल्दी खत्म हो जाए और आप दोनों को बिस्तर पर थोड़ा समय मिल सके।

बीच-बीच में कुछ रोमांचक करें

पत्नी में जोश और उत्तेजना को जगाए रखने के लिए आपको बीच-बीच में कुछ न कुछ रोमांचक काम करते रहने चाहिए। जैसे अगर बच्चा थोड़ा बड़ा है, तो उसे 2-3 घंटे के लिए दादा-दादी, नैनी या घर के किसी अन्य जिम्मेदार सदस्य के पास छोड़कर पास के किसी होटल या रिजॉर्ट में जा सकते हैं, जहां आप दोनों अकेले हों और एक दूसरे का साथ एंजॉय कर सकें। यहां आप साथ में नहा सकते हैं, सेक्स कर सकते हैं और अच्छा खाना खाकर जल्दी ही वापस लौट सकते हैं। याद रखें ऐसे छोटे-छोटे मोमेंट ही आपके रिश्ते को मजबूत बनाते हैं।

संतुष्टि के तरीके खोजें

आपको ये बात समझनी होगी कि सेक्स का मतलब सिर्फ इंटरकोर्स नहीं है, बल्कि संतुष्टि और आनंद के लिए आप कुछ दूसरे तरीके भी अपना सकते हैं। अगर आपको सेक्स करने का समय नहीं मिल रहा है, तो जब भी मौका मिले पत्नी को हग कर लें, थोड़ा समय हो तो ओरल सेक्स का हाथों और उंगलियों के इस्तेमाल से एक-दूसरे को संतुष्ट कर लें। पति के पास समय नहीं है, तो पत्नियां वाइब्रेटर का इस्तेमाल कर सकती हैं। इससे आप संतुष्ट भी हो जाएंगी और आपको ऑर्गेज्म भी जल्दी आएगा। पति भी चाहें तो हस्तमैथुन कर सकते हैं और जब मौका मिले तो सेक्स कर सकते हैं।

बच्चे को प्यार का मतलब समझाएं

बच्चों के थोड़ा बड़ा होने के बाद भी परेशानी कम नहीं हो जाती है। छोटे बच्चे कभी भी उठकर आपके कमरे में आ जाते हैं या रोने लगते हैं। ऐसे समय में अगर आप सेक्स कर रहे हों, तो आपका मूड खराब होता है। इसपर अगर बच्चा देख ले, तो आप शर्मिंदगी भी महसूस करते हैं। मगर यहां छोटी सी बात, जो ध्यान रखने लायक है, वो ये है कि बच्चे आप शुरुआत से ही ये समझाएं कि मम्मी-पापा एक दूसरे को प्यार करते हैं इसलिए उन्हें थोड़ा वक्त एक साथ चाहिए होता है। बच्चे को समझाएं कि प्यार का क्या मतलब होता है।

कुछ भी कीजिए, मगर सेक्स करना मत छोड़िए। अगर आपको लगता है कि जिम्मेदारियों के कारण आपकी या आपकी पत्नी की कामुकता कम हो गई है या आप दोनों की सेक्स क्षमता में कमी आ गई है, तो आप किसी थेरेपिस्ट, साइकोलॉजिस्ट, मैरिज काउंसलर या डॉक्टर की मदद ले सकते हैं। कई बार बच्चा होने के बाद पति-पत्नी को ऐसी समस्याएं होती है।